रायगढ़। जिले के उपखंड जामगांव ग्रामीण क्षेत्र में शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में भव्य पथ संचलन का आयोजन किया गया। गणवेशधारी स्वयंसेवकों ने अनुशासन और उत्साह के साथ संचलन में भाग लिया, वहीं ग्रामीणों ने जगह-जगह फूल बरसाकर स्वयंसेवकों का स्वागत किया।
संचलन का मार्ग और माहौल
यह संचलन MSP कॉलोनी जूनाडीह से प्रारंभ होकर अटल चौक, जामगांव होते हुए ओडिशा बॉर्डर तक पहुंचा और पुनः MSP कॉलोनी परिसर में समाप्त हुआ। पूरे मार्ग में संघ घोष और राष्ट्रभक्ति के गीतों की गूंज रही, जिससे वातावरण देशभक्ति के रंग में रंग गया।
शस्त्र पूजन और “पंच परिवर्तन” पर जोर
कार्यक्रम के दौरान शस्त्र पूजन भी किया गया। इस अवसर पर संघ पदाधिकारी मकरंद गुप्ता ने कहा कि संघ सदैव देशहित में अग्रणी भूमिका निभाता आया है। उन्होंने संघ की “पंच परिवर्तन” अवधारणा को विस्तार से बताते हुए कहा कि यही भारत माता के सर्वांगीण विकास का मार्ग है।
पंच परिवर्तन के पांच सूत्र:
-
कुटुंब प्रबोधन – परिवार संस्था को मजबूत करना
-
पर्यावरण संरक्षण – प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा
-
सामाजिक समरसता – समाज में समानता और सद्भाव
-
नागरिक कर्तव्य – राष्ट्रहित में व्यक्तिगत जिम्मेदारी
-
स्व का बोध – भारतीय संस्कृति और परंपरा का गौरव
राष्ट्रभक्ति से गुंजा जामगांव
संचलन के दौरान बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ग्रामीण उत्साहपूर्वक शामिल हुए। हर चौक-चौराहे पर स्वयंसेवकों का अभिनंदन हुआ।
मुख्य अतिथि समाजसेवी भागीरथी यादव और विशिष्ट अतिथि राजेश अग्रवाल व मुरारीलाल अग्रवाल सहित कई गणमान्य लोग कार्यक्रम में मौजूद रहे।
संघ के अनुशासन और सेवा भावना की सराहना
वक्ताओं ने संघ के अनुशासन, संगठन क्षमता और सेवा कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि शताब्दी वर्ष का यह आयोजन समाज में प्रेरणा का संदेश दे रहा है।
महापल्ली उपखंड के कार्यकर्ताओं की सक्रियता ने इस पथ संचलन को यादगार बना दिया और गांववासियों को संघ के शताब्दी वर्ष से गहराई से जोड़ दिया।
यह आयोजन न सिर्फ अनुशासन और संगठन शक्ति का प्रतीक रहा, बल्कि ग्रामीणों के उत्साह ने इसे एक ऐतिहासिक और प्रेरणादायी क्षण बना दिया।