1. रिटायरमेंट के बाद कितना फंड चाहिए?
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मान लीजिए आप 60 साल की उम्र में रिटायर हो रहे हैं और अगले 25 साल (85 साल तक) हर महीने ₹1 लाख निकालना चाहते हैं।
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महंगाई (5%) और सुरक्षित रिटर्न (6%) मानें तो आपको लगभग ₹2.5 – ₹3 करोड़ का रिटायरमेंट कॉर्पस चाहिए होगा।
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अगर महंगाई ज्यादा हुई और खर्च 30-40 साल तक खिंचा, तो ये रकम और भी बढ़कर ₹4-5 करोड़ तक हो सकती है।
2. यह फंड बनाने के लिए प्लानिंग कैसे करें?
(A) SIP से म्यूचुअल फंड में निवेश
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इक्विटी म्यूचुअल फंड लंबे समय में औसतन 12% तक का रिटर्न दे सकते हैं।
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अगर कोई 25 साल पहले से निवेश शुरू करता है, तो हर महीने ₹20,000 SIP करने पर लगभग ₹3-3.5 करोड़ का कॉर्पस बन सकता है।
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यानी अगर आप जल्दी शुरू करते हैं तो यह सबसे आसान और असरदार तरीका है।
(B) PPF (पब्लिक प्रॉविडेंट फंड) का 15+5+5 फॉर्मूला
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हर साल ₹1.5 लाख निवेश करने पर पहले 15 साल में लगभग ₹40.68 लाख बनते हैं।
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अगर आप इसे और 10 साल (5+5 साल एक्सटेंशन) तक छोड़ देते हैं तो यह रकम और बढ़कर करीब ₹1 करोड़ तक जा सकती है।
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PPF सुरक्षित और टैक्स फ्री है, लेकिन केवल PPF से ₹3-4 करोड़ नहीं बन पाएंगे, इसलिए इसे अन्य निवेशों के साथ मिलाना होगा।
(C) डायवर्सिफिकेशन (विविध निवेश)
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60-70% इक्विटी (म्यूचुअल फंड, शेयर) → महंगाई को मात देने के लिए
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20-25% डेट (बॉन्ड, डेट फंड) → स्थिरता के लिए
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10% गवर्नमेंट स्कीम (PPF, EPF, SCSS) → सुरक्षा और टैक्स लाभ के लिए
3. स्ट्रेटेजी और ध्यान रखने वाली बातें
✅ जल्दी शुरुआत करें – अगर आप 30 की उम्र में शुरू करते हैं तो हर महीने कम रकम से भी टारगेट हासिल हो सकता है।
✅ महंगाई को ध्यान में रखें – आज का ₹1 लाख, 20 साल बाद शायद ₹3 लाख के बराबर होगा।
✅ टैक्स प्लानिंग करें – ELSS, PPF, NPS से टैक्स बचत और ग्रोथ दोनों मिलेगा।
✅ रिटायरमेंट के बाद भी निवेश जारी रखें – सारा पैसा FD में न डालें, थोड़ा हिस्सा इक्विटी में रखें ताकि रिटर्न महंगाई से ऊपर जाए।
✅ पोर्टफोलियो की सालाना समीक्षा करें – समय-समय पर बैलेंस बदलते रहें (जैसे 60 के बाद इक्विटी कम और डेट-सेफ इन्वेस्टमेंट ज्यादा)।
आसान भाषा में कहें तो, अगर आप चाहते हैं कि रिटायरमेंट के बाद हर महीने ₹1 लाख मिले, तो आपको ₹3-4 करोड़ का कॉर्पस बनाना होगा।
इसके लिए 20-25 साल तक SIP + PPF + विविध निवेश करते रहें।