नई दिल्ली – वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि हाल में लागू किए गए जीएसटी सुधारों को जनता ने बेहद सकारात्मक और सहज रूप से अपनाया है। उन्होंने याद दिलाया कि जीएसटी की शुरुआत नवरात्रि के पहले दिन हुई थी और शुरुआत से ही आम लोग और कारोबारियों ने इसे समझदारी से स्वीकार किया।
“टैरिफ युद्ध से नहीं है कोई संबंध”
सीतारमण ने साफ किया कि इन सुधारों का मौजूदा वैश्विक टैरिफ युद्ध से कोई लेना-देना नहीं है।
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उन्होंने बताया कि इन बदलावों पर पिछले डेढ़ साल से लगातार काम चल रहा था।
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सरकार ने इस पर कई मंत्रियों के समूह बनाए, जिन्होंने चरणबद्ध तरीके से सुझाव और सुधार तैयार किए।
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सुधारों का पैकेज जीएसटी परिषद को भेजा गया और व्यापक विचार-विमर्श के बाद इसे मंजूरी दी गई।
सीतारमण ने कहा – “ये सुधार लंबे समय से लंबित थे और अब इन्हें लागू किया गया है। टैरिफ युद्ध से इनका कोई संबंध नहीं है।”
सुधारों का असर निवेश और उपभोग पर: अश्विनी वैष्णव
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जीएसटी सुधारों का असर अब देश की अर्थव्यवस्था पर साफ दिखाई देने लगा है।
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निवेश और उपभोग के आंकड़ों में सुधार दर्ज हुआ है।
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कारोबारियों को अब टैक्स स्ट्रक्चर में ज्यादा पारदर्शिता और स्थिरता मिल रही है।
वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत मजबूत: पीयूष गोयल
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि वैश्विक आर्थिक संकट और चुनौतियों के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था मजबूती से आगे बढ़ रही है।
उन्होंने कहा – “भारत ने सुधारों को अपनाने की क्षमता दिखाई है और यही हमारी आर्थिक मजबूती का आधार है।”
जीएसटी सुधारों को लेकर सरकार का दावा है कि इससे कराधान प्रणाली और ज्यादा सरल, पारदर्शी और आधुनिक बनेगी। वहीं, उद्योग जगत और कारोबारियों की नजर आने वाले महीनों में इन बदलावों के असली असर पर टिकी रहेगी।