भारत में ऑनलाइन खरीदारी अब सिर्फ दिवाली या छठ जैसे बड़े त्योहारों तक सीमित नहीं रही। उपभोक्ता पूरे साल डिजिटल प्लेटफॉर्म पर शॉपिंग कर रहे हैं। परामर्शदाता फर्म रेडसीर की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, ई-कॉमर्स सेक्टर अब अधिक संतुलित मांग की ओर बढ़ रहा है। हालांकि, मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स की बिक्री अब भी त्योहारी सीज़न में सबसे तेज़ रफ्तार पकड़ती है।
मोबाइल-इलेक्ट्रॉनिक्स पर सबसे ज्यादा असर
रिपोर्ट के अनुसार, मोबाइल कैटेगरी त्योहारी मौसम पर सबसे ज़्यादा निर्भर है। इसका मौसमी सूचकांक 1.7 दर्ज किया गया, जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स 1.3 के साथ दूसरे स्थान पर रहा। सितंबर-अक्टूबर में इनकी मांग चरम पर होती है। मोबाइल का मासिक इंडेक्स जहां 2.3 तक पहुंचता है, वहीं इलेक्ट्रॉनिक्स करीब 2.0 तक।
ब्रांड्स के लिए सुझाव
रेडसीर का कहना है कि कंपनियों को त्योहारों पर पूरी तरह निर्भर नहीं रहना चाहिए। उन्हें साल की पहली तिमाही जैसे सुस्त समय में भी नए प्रोडक्ट्स लॉन्च कर, डिस्काउंट और प्रमोशन के जरिए मांग पैदा करनी होगी। भविष्य में वही ब्रांड आगे निकलेंगे जो न सिर्फ त्योहारों की भीड़ को संभाल पाएंगे बल्कि ऑफ-सीज़न में भी ग्राहकों को खींचने में सक्षम होंगे।
इन कैटेगरी पर कम असर
राशन, ब्यूटी प्रोडक्ट्स और पर्सनल केयर जैसी रोज़मर्रा की ज़रूरतें सालभर लगभग समान मांग बनाए रखती हैं। ये लो-वैल्यू और बार-बार खरीदे जाने वाले उत्पाद हैं, इसलिए इनकी बिक्री में उतार-चढ़ाव कम होता है। वहीं, फर्नीचर, होम डेकोर और फैशन जैसी कैटेगरी में मध्यम स्तर का सीज़नल बूम देखने को मिलता है।
छोटे शहरों से बढ़ी ऑनलाइन बिक्री
त्योहारी खरीदारी अब सिर्फ दिल्ली-मुंबई जैसे मेट्रो शहरों तक सीमित नहीं रही। टियर-2 और टियर-3 शहरों के ग्राहकों ने दिवाली पर रिकॉर्डतोड़ ऑनलाइन शॉपिंग की। लॉजिस्टिक्स प्लेटफॉर्म क्लिकपोस्ट के 4.25 करोड़ से अधिक शिपमेंट्स के विश्लेषण से साफ हुआ कि छोटे शहर अब ई-कॉमर्स की रीढ़ बन चुके हैं।
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दिवाली पर कुल ऑर्डर्स में से 50.7% टियर-3 शहरों और 24.8% टियर-2 शहरों से आए।
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यानी 74.7% ऑर्डर्स गैर-मेट्रो इलाकों से बुक किए गए।
ऑर्डर वैल्यू में भी उछाल
इस बार त्योहारों के दौरान औसत ऑर्डर वैल्यू बढ़कर ₹4,346 हो गया, जबकि 2024 में यह ₹3,281 था। यानी छोटे शहरों से ऑर्डर वैल्यू में 32.5% की बढ़ोतरी दर्ज की गई। यह संकेत है कि अब ग्राहक न सिर्फ ज़्यादा बल्कि प्रीमियम और महंगे प्रोडक्ट्स खरीदने लगे हैं।
साफ है कि भारतीय ऑनलाइन रिटेल मार्केट अब त्योहारों की मौसमी सीमाओं को पार कर चुका है। छोटे शहरों से बढ़ती मांग और पूरे साल फैली शॉपिंग ट्रेंड्स ने ई-कॉमर्स को नई रफ्तार दी है।