छत्तीसगढ़ पुलिस के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आईजी रतनलाल डांगी पर यौन उत्पीड़न के आरोप के मामले में नया मोड़ आ गया है। आईजी पर आरोप लगाने वाली योग शिक्षिका की बहन और जीजा ने पूरे मामले को झूठा बताया है। उनका कहना है कि योग शिक्षिका अपने ही परिजनों पर पहले भी झूठे आरोप लगा चुकी है। अपने पिता के खिलाफ भी इसी तरह की शिकायत करने की कोशिश की थी, हालांकि उस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं हुई थी।
शिकायतकर्ता की बड़ी बहन ने कहा, “उनकी छोटी बहन ने आईपीएस अधिकारी पर जो आरोप लगाए हैं, वे झूठे हैं। छोटी बहन बचपन से ही ऐसी है। जब हम कोरबा में रहते थे (साल 2002-2003), तब उसने हमारे पिता पर भी घिनौना आरोप लगाया था। उसने मेरे पति यानी अपने जीजा को भी इसी तरह बदनाम किया और उनके खिलाफ एफआईआर कराई थी।’ बड़ी बहन का कहना है कि जब छोटी बहन नाबालिग थी, तब भी कई बार अलग-अलग लड़कों के साथ घर छोड़कर चली जाती थी। उसके कारण परिवार टूट गया। उसका व्यवहार पहले से संदिग्ध रहा है और वह धोखाधड़ी व ब्लैकमेलिंग जैसे मामलों में पहले भी शामिल रह चुकी है। शेष|पेज 17
पीड़िता का दावा- उसका कोई रिश्तेदार ही नहीं है
इस संबंध में शिकायतकर्ता योग शिक्षिका से संपर्क करने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि मेरा ऐसा कोई रिश्तेदार नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले उनकी शिकायत को पढ़ा जाए कि उन्होंने वास्तव में क्या लिखा है, उसके बाद ही बात की जाएगी। चर्चा यह भी है कि शिक्षिका ने शिकायत के साथ सीडी सौंपी है।