रायपुर। माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिम) ने छात्रों की मानसिक सेहत को ध्यान में रखते हुए 31 अक्टूबर से विशेष मनोवैज्ञानिक हेल्पलाइन सेवा शुरू कर दी है। इस हेल्पलाइन पर हर शुक्रवार को विशेषज्ञ छात्रों की काउंसिलिंग करेंगे।
इस सेवा का मुख्य उद्देश्य है:
✔ परीक्षा तनाव कम करना
✔ डिप्रेशन से जूझ रहे छात्रों की मदद करना
✔ आत्महत्या जैसी गंभीर प्रवृत्ति को रोकना
पहले दिन कॉल की संख्या बहुत ज्यादा नहीं रही, लेकिन जो कॉल आए वे काफी संवेदनशील और गंभीर थे। खास बात यह रही कि सिर्फ स्कूल के नहीं, बल्कि कॉलेज के विद्यार्थी भी इस हेल्पलाइन से जुड़े।
☎️ कैसे करें संपर्क?
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हेल्पलाइन नंबर: 1800-233-4363 (टोल फ्री)
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कब उपलब्ध: हर शुक्रवार
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किसके लिए: सभी स्कूल और कॉलेज के छात्र
देशभर में बढ़ते छात्र आत्महत्या मामलों को देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देश पर इस हेल्पलाइन की शुरुआत की गई है।
एक छात्रा ने बताया अपना दर्द…
बिलासपुर की बीए अंतिम वर्ष की एक छात्रा ने हेल्पलाइन में बताया:
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पढ़ाई या कोई काम शुरू करते ही दिल घबराने लगता है
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भूख नहीं लगती, कमजोरी और चिड़चिड़ापन महसूस होता है
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मोबाइल पर रील देखने में समय बीत जाता है, लेकिन तनाव दूर नहीं होता
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पढ़ाई में मन नहीं लगता, अकेलापन महसूस होता है
मनोवैज्ञानिक की सलाह – ये करें अपनाएं
मनोवैज्ञानिक काजल चौबे ने छात्रा को ये सुझाव दिए—
✅ सबसे पहले मनपसंद खाना खाएं, शरीर को ऊर्जा दें
✅ मोबाइल और रील्स देखने का समय कम करें
✅ रोजाना कम से कम 7-8 घंटे की नींद जरूर लें
✅ वास्तविक जीवन में दोस्त बनाएं, सिर्फ ऑनलाइन नहीं
✅ दिमाग को रिलैक्स देने के लिए थोड़ा समय खुद को दें
✅ कोई काम धीरे-धीरे शुरू करें, खुद पर दबाव न डालें
✅ क्यों ज़रूरी है यह हेल्पलाइन?
| समस्या | समाधान हेल्पलाइन से |
|---|---|
| पढ़ाई का तनाव | काउंसलिंग और मोटिवेशन |
| डिप्रेशन / घबराहट | मनोवैज्ञानिक सलाह |
| आत्महत्या के विचार | भावनात्मक सपोर्ट |
| सोशल मीडिया की लत | व्यवहारिक टिप्स और कंट्रोल गाइडेंस |
निष्कर्ष:
माशिम की यह पहल उन छात्रों के लिए सहारा बन सकती है जो सोशल मीडिया, तनाव, पढ़ाई का दबाव या अकेलेपन से जूझ रहे हैं। अगर आप ऐसे किसी छात्र को जानते हैं, तो उन्हें यह नंबर जरूर बताएं – 1800-233-4363