Aviation मंथन: उड़ानों की टाइमिंग से लेकर सुरक्षा तक — DGCA की 3 दिनी समीक्षा बैठक शुरू

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भारत के नागरिक उड्डयन क्षेत्र में अगले तीन दिन बेहद अहम रहने वाले हैं। विमानन नियामक DGCA (डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) ने एयरलाइंस के शीर्ष अधिकारियों के साथ मासिक समीक्षा बैठकें शुरू कर दी हैं। इस दौरान उड़ानों की समयपालन क्षमता, पायलटों की ड्यूटी लिमिट, यात्रियों की शिकायतों और उड़ान संचालन में आ रही चुनौतियों पर गहन चर्चा होगी।


किन मुद्दों पर होगा मंथन?

इन बैठकों का एजेंडा बेहद व्यापक और ज़मीनी है—

  • फ्लाइट की समयसारणी व समयपालन (On-Time Performance)

  • पायलट और क्रू की ड्यूटी अवधि एवं थकान प्रबंधन (FDTL)

  • यात्री शिकायतों, रिफंड्स और कस्टमर सर्विस का समाधान

  • तकनीकी खराबी, फ्लाइट cancellations और रद्द होने के कारणों की समीक्षा

  • एयरलाइंस को ऑपरेशंस में आने वाली वास्तविक चुनौतियाँ

पहले चरण में एयर इंडिया और इंडिगो जैसी प्रमुख एयरलाइंस के अधिकारी DGCA के सामने रिपोर्ट रखेंगे।


भारतीय एविएशन सेक्टर की बड़ी तस्वीर

भारत आज दुनिया का सबसे तेज़ी से बढ़ता एविएशन मार्केट है:
✈ घरेलू उड़ानों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है।
✈ नए हवाईअड्डे बन रहे हैं और पुराने विस्तार पा रहे हैं।
✈ एयरलाइंस अपने बेड़े में लगातार नए विमानों को शामिल कर रही हैं।


⚠️ एयरलाइंस किन संकटों से जूझ रही हैं?

हाल के कुछ महीनों में विमानन कंपनियों को कई गंभीर स्थितियों का सामना करना पड़ा —

  • फर्जी बम धमकी कॉल्स (Hoax Calls)

  • तकनीकी खराबियों के कारण इमरजेंसी लैंडिंग

  • फ्लाइट्स का अचानक रद्द होना या घंटों की देरी

  • यात्रियों की शिकायतें — रिफंड, मिसमैनेजमेंट, लेट फ्लाइट्स


क्यों महत्वपूर्ण हैं ये बैठकें?

✔ यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए
✔ पायलट व क्रू की थकान से जुड़ी खतरनाक स्थितियों को रोकने के लिए
✔ एयरलाइंस पर जवाबदेही तय करने के लिए
✔ भारत को वैश्विक एविएशन मानकों के बराबर खड़ा करने के लिए


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