बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में मतदाताओं ने अभूतपूर्व उत्साह दिखाया है। 121 सीटों पर 65.08% वोटिंग हुई, जो किसी भी पिछले विधानसभा या लोकसभा चुनाव से अधिक है। ये आंकड़े बताते हैं कि इस बार जनता सिर्फ वोट नहीं दे रही, बल्कि भविष्य चुन रही है।
इसी माहौल के बीच सीतामढ़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने विपक्ष पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि बिहार का भला उन लोगों के हाथों नहीं हो सकता, जिन्होंने राज्य को जंगलराज और भ्रष्टाचार की पहचान दी। मोदी ने कहा कि ये चुनाव सिर्फ सरकार चुनने का नहीं, बल्कि तय करने का समय है कि बिहार कट्टा और रंगदारी की राह पर चलेगा या डॉक्टर और इंजीनियर बनाने वाले सपनों की ओर बढ़ेगा। उन्होंने राजद पर हमला करते हुए कहा – “वो बच्चों के हाथ में कट्टा पकड़ाते हैं, हम लैपटॉप दे रहे हैं। उनके मंचों पर छोटे बच्चें रंगदार बनने की बात करते हैं, जबकि हम चाहते हैं कि बिहार के बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर और वैज्ञानिक बनें।”
मोदी ने कहा कि विकसित भारत का सपना तभी पूरा होगा जब बिहार विकास की मुख्यधारा से पूरी तरह जुड़े। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जहां कट्टा और क्रूरता का राज होता है, वहां कानून दम तोड़ देता है और जहां भ्रष्टाचार फैला हो, वहां सामाजिक न्याय की कोई जगह नहीं होती। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस और राजद को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इन पार्टियों ने बिहार को सिर्फ बेरोजगारी, पलायन, अपराध और पिछड़ापन दिया।
राहुल गांधी पर बिना नाम लिए चुटकी लेते हुए मोदी बोले कि आज बिहार की मछलियों का नाम पूरे देश में है। “कुछ लोग तालाब में डुबकी लगाकर मछली पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं, जैसे बिहार के चुनाव में डूबकर वोट पकड़ लेंगे।” उनका इशारा राहुल गांधी द्वारा बेगूसराय में तालाब में उतरकर मछलियां पकड़ने वाली घटना की ओर था।
अब नजरें चुनाव के दूसरे चरण पर टिक गई हैं। 11 नवंबर को शेष 122 सीटों पर मतदान होगा और 14 नवंबर को नतीजे तय करेंगे कि बिहार किस दिशा में जाएगा – विकास या फिर पुराने दौर की वापसी।