वाणिज्य विभाग ने 2 से 31 अक्तूबर 2025 तक चलाए गए ‘विशेष स्वच्छता अभियान 5.0’ को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इस अभियान का मकसद सिर्फ सफाई तक सीमित नहीं था, बल्कि दफ्तरों में कार्यकुशलता बढ़ाना, लंबित शिकायतों का समाधान करना और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को अधिक सुव्यवस्थित बनाना भी था।
अभियान के प्रमुख परिणाम
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कुल 277 स्वच्छता ड्राइव्स आयोजित किए गए।
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ई-कचरे और स्क्रैप की नीलामी से लगभग 70 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।
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दफ्तरों से 36,005 वर्ग फुट खाली जगह तैयार की गई, जिसका उपयोग अब बेहतर ढंग से किया जा सकेगा।
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मंत्रालय और उसके सार्वजनिक उपक्रमों के अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी ने इस अभियान को असरदार बनाया।
सिर्फ सफाई नहीं, बल्कि आधुनिक सुविधाओं की ओर कदम
अभियान के दौरान कई इनोवेटिव कदम भी उठाए गए—
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मुंबई स्थित ECGC मुख्यालय में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बड़ी संख्या में चार्जिंग पॉइंट लगाए गए।
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रूफटॉप सोलर पैनल लगाकर ऊर्जा बचत और कार्बन फुटप्रिंट घटाने की दिशा में काम किया गया।
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ऑफिस परिसरों में हरियाली बढ़ाने, बेहतर पार्किंग और साफ-सुथरे वातावरण पर विशेष ध्यान दिया गया।
इंफ्रास्ट्रक्चर और पर्यावरण सुधार की ओर बड़ा कदम
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मद्रास एक्सपोर्ट प्रोसेसिंग ज़ोन (MEPZ) के पास स्थित झील का पुनरुद्धार किया गया।
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विभाग और उसके संगठनों में डिजिटलीकरण, रिकॉर्ड प्रबंधन, ई-वेस्ट अवेयरनेस और ठोस कचरा प्रबंधन को बढ़ावा दिया गया।
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दफ्तरों में लगे विद्युत उपकरणों और लिफ्टों की सुरक्षा जांच भी की गई।
अभियान का उद्देश्य सिर्फ स्वच्छता नहीं, बल्कि प्रभावी प्रशासन
इस पहल से साफ दिखता है कि सरकार का लक्ष्य सिर्फ साफ-सुथरे दफ्तर बनाना नहीं, बल्कि सरकारी संस्थानों की कार्यक्षमता, पर्यावरणीय जिम्मेदारी और तकनीकी आधुनिकीकरण को आगे बढ़ाना है।