सेल- भिलाई इस्पात संयंत्र के स्टील मेल्टिंग शॉप–2 (एसएमएस–2) ने दिनांक 8 नवम्बर 2025 को कन्वर्टर–B के वेसल परिवर्तन कार्य को पूर्ण कर सफलतापूर्वक पुनः चालू करके महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। यह कार्य 5 सितम्बर 2025 को प्रारंभ हुआ था और 8 नवम्बर 2025 को संपन्न हुआ, जो एसएमएस–2 समूह के लिए एक उल्लेखनीय तकनीकी माइलस्टोन सिद्ध हुआ है।
इस कार्य का मुख्य उद्देश्य उत्सर्जन नियंत्रण, परिचालन दक्षता तथा पर्यावरणीय मानकों के अनुरूप उत्पादन प्रक्रिया की विश्वसनीयता को और सुदृढ़ बनाना था। यह परियोजना तकनीकी दृष्टि से अत्यंत जटिल एवं चुनौतीपूर्ण रही, जिसके लिए कन्वर्टर–A और कन्वर्टर–C में नियमित उत्पादन कार्यों के साथ चौबीसों घंटे चलने वाली गतिविधियों के बीच सूक्ष्म समन्वय आवश्यक था।
मुख्य महाप्रबंधक (एसएमएस–2) सुशांत कुमार घोषाल के कुशल मार्गदर्शन तथा मुख्य महाप्रबंधक (परियोजनाएँ) श्री उन्मेष भरद्वाज के सतत सहयोग और पर्यवेक्षण में यह जटिल कार्य सुरक्षित एवं दक्षतापूर्वक पूरा किया गया, जिसने उत्कृष्ट टीमवर्क और तकनीकी निपुणता का परिचय दिया। इस परियोजना का क्रियान्वयन एस.पी.आई. एवं मेकॉन कंसोर्टियम द्वारा परियोजनाएँ, एस.ई.डी., इंस्ट्रूमेंटेशन और ए.एंड.डी. विभागों के समन्वय में किया गया। इन विभागों के समर्पण और योजना ने इस कार्य को सफलतापूर्वक पूर्ण कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस उपलब्धि में महाप्रबंधक (सी.एस.–इलेक्ट्रिकल) श्री जैकब टी. सिजॉय, महाप्रबंधक (सी.एस.–मैकेनिकल) श्री के. राजकुमार, महाप्रबंधक (सी.एस.–ऑपरेशन) श्री जी. रविकांत, महाप्रबंधक (सी.एस.–ऑपरेशन) श्री निकुंज सिंघल, महाप्रबंधक (सी.एस.–मैकेनिकल) श्री एस.के. मलिक, महाप्रबंधक (सी.एस.–इलेक्ट्रिकल) श्री आई.बी. मिश्रा, महाप्रबंधक (सी.एस.–ऑपरेशन) श्री महेन्द्र सिंह, उप महाप्रबंधक (सी.एस.–ऑपरेशन) श्री एस.के. महापात्रा, महाप्रबंधक (परियोजनाएँ) श्री जेरी निनान तथा उप महाप्रबंधक (परियोजनाएँ) श्री एस.एस. शाक्य का विशेष योगदान रहा।
इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (संकार्य) श्री राकेश कुमार, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएँ) श्री पी.के. सरकार, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (सी.ई.टी.) श्री प्रणय कुमार, मुख्य महाप्रबंधक (यांत्रिकी) श्री प्रमोद कुमार, मुख्य महाप्रबंधक (एसएमएस–3) श्री त्रिभुवन बैठा, मुख्य महाप्रबंधक (एम.आर.डी.) श्री सुशील कुमार सहित विभिन्न संयंत्रों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने इस जटिल तकनीकी कार्य को सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए एसएमएस–2 समूह और सहयोगी विभागों के सामूहिक प्रयासों के लिए बधाईयां दी।
यह उपलब्धि भिलाई इस्पात संयंत्र के लिए परिचालन उत्कृष्टता, पर्यावरणीय उत्तरदायित्व एवं तकनीकी विश्वसनीयता की दिशा में एक और सशक्त कदम सिद्ध होगी।