गुजरात एटीएस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अहमदाबाद के अडालज इलाके से ISIS से जुड़े तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया है। ये आतंकी देश के कई हिस्सों में हमले करने की साजिश रच रहे थे और इसके लिए हथियार जुटाने के उद्देश्य से गुजरात पहुंचे थे। पिछले कई दिनों से एटीएस उनकी गतिविधियों पर नजर रख रही थी और पुख्ता सबूत मिलने के बाद रविवार सुबह इन्हें गिरफ्तार किया गया।
हमले की बड़ी साजिश का खुलासा
जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार तीनों आतंकी ISIS के दो अलग-अलग मॉड्यूल से जुड़े हुए हैं। इनके निशाने पर देश के कई संवेदनशील स्थान थे। फिलहाल एटीएस इस बात की जांच कर रही है कि ये किस-किस शहर या जगह पर हमले करने की तैयारी में थे। इस मामले पर आज दोपहर 1 बजे गुजरात एटीएस प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विस्तृत जानकारी देगी।
4 महीने पहले भी मिला था आतंकी नेटवर्क
यह पहली घटना नहीं है। इसी साल अगस्त में भी गुजरात एटीएस ने चार आतंकियों को दबोचा था। ये नकली नोटों का गिरोह चलाने के साथ-साथ आतंकी संगठनों के लिए लोगों की भर्ती में शामिल थे।
वे ऐसे मोबाइल ऐप्स का इस्तेमाल कर रहे थे जिनमें भेजा गया कंटेंट खुद-ब-खुद डिलीट हो जाता है। उनका संबंध अल-कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) से था।
सीमा पार से संपर्क और डिजिटल नेटवर्क
एटीएस का कहना है कि पकड़े गए आतंकियों की उम्र 20 से 25 साल के बीच है। इनके लिंक पाकिस्तान या अन्य सीमापार आतंकी संगठन से भी जुड़े मिले हैं।
ये सोशल मीडिया, एन्क्रिप्टेड ऐप्स और गुप्त ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए एक-दूसरे से संपर्क में रहते थे। इन्हें कुछ खास और संवेदनशील ठिकानों को निशाना बनाने का आदेश दिया गया था।
आगे की कार्रवाई शुरू
गुजरात एटीएस और केंद्रीय खुफिया एजेंसियां अब:
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इनके नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही हैं,
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फंडिंग, ट्रेनिंग और विदेशी कनेक्शन की कड़ियों को जोड़ रही हैं,
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और इनसे पूछताछ के आधार पर आगे और गिरफ्तारियों की संभावना जताई जा रही है।
निष्कर्ष:
गुजरात में की गई यह कार्रवाई केवल एक गिरफ्तारी नहीं, बल्कि देश में होने वाले संभावित बड़े आतंकी हमलों को रोकने की दिशा में अहम सफलता है। एटीएस की समय रहते की गई कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि आतंकी संगठन अभी भी भारत में अपने नेटवर्क फैलाने की कोशिश में हैं, लेकिन सुरक्षाबल चौकन्ने हैं और हर साजिश को नाकाम करने के लिए तैयार।