देश की जानी-मानी आईवियर कंपनी लेंसकार्ट ने आज स्टॉक मार्केट में अपनी शुरुआत उम्मीद से कमजोर की। कंपनी का शेयर BSE पर ₹390 और NSE पर ₹395 पर लिस्ट हुआ, जो इसके इश्यू प्राइस ₹402 से करीब 3% कम है। भारी सब्सक्रिप्शन मिलने के बावजूद निवेशकों को लिस्टिंग के दिन निराशा हाथ लगी।
लेंसकार्ट के IPO को मार्केट में जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था। यह इश्यू कुल 28.27 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें रिटेल निवेशकों का उत्साह भी देखने लायक रहा, जिन्होंने इसे 7.56 गुना तक सब्सक्राइब किया। वहीं QIB कैटेगरी में यह 40.36 गुना और NII कैटेगरी में 18.23 गुना तक सब्सक्राइब हुआ था।
मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, इतना ओवरसब्सक्रिप्शन होने के बावजूद कंपनी का शेयर लिस्टिंग से पहले ही ग्रे मार्केट में करीब 2.5% यानी ₹10 की गिरावट के साथ ट्रेड कर रहा था। कंपनी का IPO 31 अक्टूबर से 4 नवंबर तक खुला था और इसका प्राइस बैंड ₹382 से ₹402 प्रति शेयर रखा गया था। निवेशक इसमें कम से कम एक लॉट यानी 37 शेयरों के लिए आवेदन कर सकते थे, जिसकी कीमत ₹14,874 थी।
इस IPO के जरिए कंपनी ने लगभग ₹7,278 करोड़ जुटाए हैं। इसमें से ₹2,150 करोड़ के नए शेयर्स जारी किए गए, जबकि पुराने निवेशकों ने ₹5,128 करोड़ के शेयर बेचे। इस ऑफर से कंपनी की कुल वैल्यूएशन लगभग ₹70,000 करोड़ आंकी गई।
वित्तीय प्रदर्शन: FY25 में जबरदस्त मुनाफा
लेंसकार्ट ने वित्त वर्ष 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए ₹297 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया। यह पिछले साल के ₹10 करोड़ के घाटे के मुकाबले बड़ी छलांग है। कंपनी का रेवेन्यू भी 22% बढ़कर ₹5,428 करोड़ से ₹6,625 करोड़ पहुंच गया।
नए कलेक्शन और ग्लोबल विस्तार
FY25 में लेंसकार्ट ने दुनिया भर में 105 नए कलेक्शन लॉन्च किए और 1.241 करोड़ ग्राहकों को 2.72 करोड़ आईवियर यूनिट्स बेचे। कंपनी के मोबाइल ऐप को 100 मिलियन से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया और उसकी वेबसाइट पर 104.97 मिलियन विजिटर्स दर्ज किए गए। लेंसकार्ट अब दुनिया भर में 2,723 स्टोर ऑपरेट कर रही है।
तेजी से बढ़ती कंपनी, 5 बिलियन डॉलर की वैल्यूएशन
2024 में कंपनी ने 5 बिलियन डॉलर की वैल्यूएशन पर ₹1,775 करोड़ (200 मिलियन डॉलर) का फंड जुटाया था। भारतीय आईवियर मार्केट में लेंसकार्ट की पकड़ बेहद मजबूत है और कंपनी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी तेजी से अपनी मौजूदगी बढ़ा रही है। खासकर थाईलैंड में कंपनी ने पिछले एक साल में अपने नेटवर्क को दोगुना किया है।
लेंसकार्ट की शुरुआत कैसे हुई?
लेंसकार्ट की शुरुआत 2010 में हुई थी। कंपनी के संस्थापक पीयूष बंसल ने दिल्ली के डॉन बॉस्को स्कूल से पढ़ाई करने के बाद कनाडा से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीई की डिग्री हासिल की। भारत लौटने के बाद उन्होंने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर एक ऐसी कंपनी शुरू करने का विचार बनाया, जो भारत में लोगों की चश्मा पहनने की आदत को बदल सके।
बाद में उन्होंने LinkedIn पर सुमीत कपाही से संपर्क किया, जो पहले एक आईवियर कंपनी में काम कर चुके थे। तीनों ने मिलकर Value Technology नाम की कंपनी बनाई, जिसके तहत लेंसकार्ट, ज्यूलकार्ट, बैगकार्ट और वॉचकार्ट जैसी वेबसाइटें लॉन्च की गईं। समय के साथ टीम ने सिर्फ लेंसकार्ट पर फोकस करना शुरू किया और यही कंपनी आज भारत की सबसे बड़ी आईवियर रिटेल नेटवर्क में गिनी जाती है।
IPO क्या होता है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स आम जनता को ऑफर करती है, तो उसे Initial Public Offering (IPO) कहा जाता है। इससे कंपनी को अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए पब्लिक से फंड जुटाने का मौका मिलता है। यानी कंपनी कर्ज लेने की बजाय अपने कुछ शेयर लोगों को बेचकर पैसा जुटाती है।