भारतीय ग्रैंडमास्टर विदित गुजराती का चेस वर्ल्ड कप में सफर रविवार को खत्म हो गया। तीसरे दौर के टाई-ब्रेक मुकाबले में उन्होंने बेहतरीन खेल दिखाया, लेकिन अंततः अमेरिकी खिलाड़ी सैम शैंकलैंड के हाथों 2.5-3.5 के स्कोर से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए।
यह हार भारतीय शतरंज प्रशंसकों के लिए एक और झटका रही, क्योंकि इससे पहले ही वर्ल्ड चैंपियन डी गुकेश और अनुभवी खिलाड़ी अरविंद चितांबरम भी प्रतियोगिता से बाहर हो चुके हैं।
नारायणन को भी हार का सामना, कार्तिक ने बढ़ाया कदम
भारत के एक अन्य खिलाड़ी एस.एल. नारायणन को भी टाई-ब्रेक गेम के पहले सेट में चीन के ग्रैंडमास्टर यांगयी यू से हार का सामना करना पड़ा। वहीं, युवा खिलाड़ी वी कार्तिक ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रोमानिया के डेक बोगदान-डैनियल को 1.5-0.5 से हराकर चौथे दौर में जगह बना ली।
कार्तिक अब प्री-क्वार्टर फाइनल से सिर्फ एक जीत दूर हैं, और उनका प्रदर्शन भारतीय दल के लिए नई उम्मीद जगा रहा है।
विदित — तीसरे राउंड से बाहर होने वाले तीसरे भारतीय खिलाड़ी
विदित गुजराती इस टूर्नामेंट के शुरुआती तीन राउंड से बाहर होने वाले तीसरे बड़े भारतीय खिलाड़ी बने हैं। उनसे पहले वर्ल्ड चैंपियन डी गुकेश को जर्मनी के फ्रेडरिक स्वाने ने हराया था, जबकि अरविंद चितांबरम को भारत के ही वी कार्तिक ने दूसरे दौर में मात दी थी।
इस हार के साथ भारत की अनुभवी तिकड़ी टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी है, लेकिन उभरते युवा खिलाड़ियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से देश की उम्मीदें कायम रखी हैं।
भारत के चार खिलाड़ी चौथे राउंड में पहुंच चुके
भारतीय दल के लिए राहत की बात यह है कि देश के चार खिलाड़ी पहले ही चौथे राउंड में जगह बना चुके हैं। इनमें अर्जुन एरिगैसी, आर प्रज्ञानानंदा, पी हरिकृष्णा और वर्ल्ड जूनियर चैंपियन वी प्रणव के नाम शामिल हैं। ये सभी खिलाड़ी टूर्नामेंट में अब तक शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं और भारत को पदक की उम्मीदें उनसे ही हैं।
फीडे कैंडिडेट्स टूर्नामेंट का टिकट दांव पर
इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में शीर्ष तीन खिलाड़ी फीडे कैंडिडेट्स 2026 के लिए क्वालिफाई करेंगे। यहीं से तय होगा कि अगला विश्व शतरंज चैंपियन कौन बनेगा। हालांकि कैंडिडेट्स टूर्नामेंट की तारीख और स्थान की घोषणा अभी तक नहीं की गई है।
भारत की नई पीढ़ी पर निगाहें
विदित, गुकेश और अरविंद जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के बाहर होने के बाद अब सबकी निगाहें प्रज्ञानानंदा, अर्जुन और कार्तिक जैसे युवा खिलाड़ियों पर टिक गई हैं, जो विश्व स्तर पर भारत का झंडा ऊँचा कर सकते हैं।