संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा सिविल सर्विसेज मेन्स 2025 का परिणाम घोषित कर दिया है। इस बार कुल 2,736 अभ्यर्थियों ने मेन्स परीक्षा में क्वालिफाई किया है और अब वे अंतिम चरण यानी पर्सनालिटी टेस्ट (इंटरव्यू) में शामिल होंगे।
जिन उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी, वे अब अपना रिज़ल्ट UPSC की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in या upsconline.nic.in पर जाकर देख सकते हैं। रिज़ल्ट पीडीएफ फॉर्मेट में जारी किया गया है, जिसमें सभी कैंडिडेट्स के रोल नंबर शामिल हैं। उम्मीदवार अपने रोल नंबर सर्च करके यह जान सकते हैं कि वे अगले चरण के लिए चयनित हुए हैं या नहीं।
22 से 31 अगस्त तक हुई थी मेन्स परीक्षा
UPSC ने सिविल सर्विसेज मेन्स परीक्षा का आयोजन 22 अगस्त से 31 अगस्त 2025 के बीच देशभर के केंद्रों पर कराया था। अब जिन उम्मीदवारों ने इसमें सफलता हासिल की है, उन्हें इंटरव्यू प्रक्रिया में शामिल होना होगा। यह इंटरव्यू UPSC, दिल्ली में आयोजित किया जाएगा।
DAF फॉर्म भरना अनिवार्य
इंटरव्यू में शामिल होने के लिए कैंडिडेट्स को सबसे पहले UPSC की वेबसाइट पर जाकर DAF (Detailed Application Form) भरना होगा। यह फॉर्म अभ्यर्थी की शैक्षणिक योग्यता, कैरियर विवरण और सर्विस प्रेफरेंस से जुड़ा होता है। उम्मीदवारों को निर्धारित समय सीमा के भीतर यह फॉर्म ऑनलाइन सब्मिट करना होगा, तभी वे पर्सनालिटी टेस्ट के लिए पात्र माने जाएंगे।
जल्द आएगा इंटरव्यू शेड्यूल
UPSC जल्द ही अपनी वेबसाइट पर इंटरव्यू की तारीखें और टाइमटेबल जारी करेगा। उम्मीदवारों को सलाह दी गई है कि वे वेबसाइट को नियमित रूप से चेक करते रहें, ताकि किसी अपडेट को मिस न करें। इंटरव्यू राउंड में चयनित उम्मीदवारों का अंतिम चयन लिखित परीक्षा और इंटरव्यू दोनों के संयुक्त प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा।
फाइनल रिजल्ट के बाद मिलेगी मार्कशीट
UPSC ने यह भी स्पष्ट किया है कि सभी अभ्यर्थियों की मार्कशीट फाइनल रिज़ल्ट जारी होने की तारीख से 15 दिनों के भीतर वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएगी। यह मार्कशीट 30 दिनों तक ऑनलाइन उपलब्ध रहेगी, ताकि उम्मीदवार उसे डाउनलोड कर सकें।
UPSC इंटरव्यू का महत्व
पर्सनालिटी टेस्ट या इंटरव्यू चरण सिविल सर्विस परीक्षा का सबसे अहम हिस्सा माना जाता है। इसमें उम्मीदवार की न केवल जानकारी, बल्कि उसकी सोच, निर्णय क्षमता, नेतृत्व गुण और सामाजिक समझ का भी मूल्यांकन किया जाता है। यही वह चरण है जो तय करता है कि कोई अभ्यर्थी IAS, IPS या IFS जैसी सर्विस के लिए कितना उपयुक्त है।