हफ्ते के चौथे कारोबारी दिन शेयर बाजार ने सुबह की सुस्ती को पीछे छोड़ते हुए मजबूत वापसी दर्ज की। शुरुआती गिरावट के बाद सेंसेक्स 300 अंकों की तेजी के साथ 84,800 के स्तर पर ट्रेड कर रहा है, जबकि निफ्टी 100 अंक उछलकर 25,980 पर पहुंच गया है। हालांकि दोनों ही इंडेक्स में तेजी दिख रही है, लेकिन व्यापक बाज़ार का मूड अभी भी मिला-जुला है—सेंसेक्स के 30 में से 18 शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है। टाटा कॉमर्शियल व्हीकल (TMCV), जोमैटो और इंफोसिस जैसी कंपनियों के शेयर दबाव में आए हैं, जबकि एशियन पेंट्स, टाटा स्टील और बजाज फिनसर्व ने 3.3% तक की छलांग लगाई है।
निफ्टी में भी समान स्थिति है—50 में से 28 शेयर लाल निशान में हैं। इसके बावजूद मेटल और रियल्टी सेक्टर में 1% से अधिक की मजबूती बनी हुई है, जो बाजार में तेजी की मुख्य वजहों में से एक है। दूसरी ओर FMCG और IT सेक्टर में गिरावट देखी जा रही है, जिससे ट्रेडिंग सेंटिमेंट थोड़ा कमजोर हुआ है। सेक्टोरल मूवमेंट साफ तौर पर संकेत देता है कि बाजार फिलहाल स्टॉक-स्पेसिफिक रैलियों पर आधारित है और निवेशकों का रुझान उन सेक्टर्स में ज्यादा है, जहां वैल्यूएशन आकर्षक दिख रहे हैं।
ग्लोबल मार्केट की बात करें तो एशियाई बाजारों का रूख मिश्रित नजर आया। जापान का निक्केई इंडेक्स हल्की बढ़त के साथ 51,093 पर ट्रेड कर रहा है, वहीं कोरिया का कोस्पी भी मामूली 0.11% चढ़कर 4,154 पर है। हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग इंडेक्स 0.66% गिर गया जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट 0.44% बढ़कर 4,017 पर कारोबार कर रहा है। इसी तरह अमेरिकी बाजार भी मंगलवार को मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए—डाउ जोन्स 0.68% ऊपर गया, S&P 500 में 0.063% की मामूली बढ़त आई, जबकि नैस्डेक 0.26% टूट गया।
निवेशकों की रणनीति पर घरेलू और विदेशी निवेश के आंकड़ों का भी असर दिख रहा है। 12 नवंबर को एफआईआई ने कैश सेगमेंट में 1,750 करोड़ रुपए की भारी बिकवाली की, वहीं घरेलू निवेशकों (DIIs) ने 5,127 करोड़ रुपए की मजबूत खरीदारी कर बाजार को समर्थन दिया। नवंबर में अब तक विदेशी निवेशक 8,300 करोड़ से अधिक की सेलिंग कर चुके हैं, जबकि DIIs ने करीब 29,799 करोड़ रुपए की नेट खरीदारी की है। अक्टूबर में भी बड़े पैमाने पर डीआईआई की खरीदारी बाजार को संभालती नजर आई थी।
एक दिन पहले बुधवार को बाजार ने जबरदस्त तेजी दिखाई थी। सेंसेक्स 595 अंकों की छलांग के साथ 84,467 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 181 अंक बढ़कर 25,876 पर पहुंचा था। आईटी, ऑटो, फार्मा और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में भारी खरीदारी के कारण उस दिन बाजार में मजबूती आई थी।
आज की उठापटक एक बार फिर यह साबित करती है कि बाजार अभी विदेशी निवेशकों की बिकवाली और वैश्विक संकेतों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रहा है, जबकि घरेलू निवेशकों की आक्रामक खरीदारी बाजार की रीढ़ बनी हुई है।