ग्रो के को-फाउंडर और CEO ललित केशरे ने अपनी कंपनी के शानदार IPO के बाद भारतीय बिलियनेयर्स की सूची में जगह बना ली है। 12 नवंबर को सूचीबद्ध हुए ग्रो के शेयर ने सिर्फ चार कारोबारी दिनों में ही इश्यू प्राइस के मुकाबले 70% की तेज़ रफ्तार पकड़ी और ₹174 पर जाकर रुका। इस जबरदस्त उछाल के साथ ही केशरे की 9.06% हिस्सेदारी का मूल्य बढ़कर ₹9,448 करोड़ हो गया, यानी वे अब 1.13 बिलियन डॉलर की नेटवर्थ के मालिक बन चुके हैं। मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव से निकलकर स्टार्टअप की दुनिया में यह ऊंचाई हासिल करना खुद में एक प्रेरणा बन गया है।
ललित केशरे की कहानी किसी फिल्मी सफर से कम नहीं है। खरगोन जिले के लेपा गांव में किसान परिवार में जन्मे ललित अपने दादा-दादी की देखरेख में बड़े हुए। गांव की सीमित सुविधाओं के बीच पढ़ाई करते हुए उन्होंने खरगोन के एकमात्र इंग्लिश मीडियम स्कूल से पढ़ाई की और फिर JEE क्रैक करके IIT बॉम्बे पहुंचे। यहां से उन्होंने टेक्नोलॉजी में अपनी बैचलर और मास्टर्स डिग्री पूरी की और आगे बढ़ने की राह तैयार की।
करियर की शुरुआत फ्लिपकार्ट से हुई, जहाँ वे शुरुआती दौर में प्रोडक्ट मैनेजर थे। अनुभव और विज़न ने उन्हें 2016 में फ्लिपकार्ट छोड़कर अपना खुद का रास्ता चुनने के लिए प्रेरित किया। इसी निर्णय ने ‘ग्रो’ का जन्म कराया। फ्लिपकार्ट के चार वेटरन्स—ललित केशरे, हर्ष जैन, इशान बंसल और नीरज सिंह—ने मिलकर एक ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार किया जिसने लाखों भारतीयों को निवेश की दुनिया से जोड़ा।
ग्रो के IPO ने मानो नए रिकॉर्ड बनाए। ₹100 का इश्यू प्राइस होते हुए भी चार दिनों में शेयर 70% उछलकर ₹174 पर पहुंच गया और यह हाल के IPOs में सबसे मजबूत शुरुआतों में से एक बन गया। कंपनी की कुल वैल्यूएशन अब 26,000 करोड़ रुपये के पार निकल चुकी है, जो फिनटेक सेक्टर में निवेशकों के बढ़ते भरोसे का संकेत है। IPO से मिले फंड का इस्तेमाल कंपनी अब टेक्नोलॉजी और बड़े पैमाने पर एक्सपैंशन के लिए करेगी।
लिस्टिंग ने कंपनी के सभी फाउंडर्स को रातोंरात करोड़ों की संपत्ति का मालिक बना दिया। ललित केशरे के 55.91 करोड़ शेयर जहां 9.06% हिस्सेदारी बनाते हैं, वहीं हर्ष जैन के 6.67% की वैल्यू अब ₹6,500 करोड़ के करीब पहुंच गई है। इशान बंसल और नीरज सिंह भी अब चार से छह हजार करोड़ की नेटवर्थ के क्लब में शामिल हो चुके हैं। यह बदलाव दिखाता है कि एक मजबूत आइडिया, साफ विज़न और सही समय पर कदम उठाने से किस तरह रातोंरात किस्मत बदल सकती है।
ग्रो की शुरुआत एक साधारण म्यूचुअल फंड प्लेटफॉर्म के रूप में हुई थी, लेकिन समय के साथ यह स्टॉक ट्रेडिंग, गोल्ड और और भी कई निवेश विकल्पों का घर बन गया। यूजर-फ्रेंडली इंटरफेस और जीरो ब्रोकरेज मॉडल ने इसे युवाओं की पहली पसंद बना दिया। आज 5 करोड़ से ज्यादा यूजर्स इस एप का इस्तेमाल करते हैं और इसे भारत की सबसे भरोसेमंद निवेश एप्स में गिना जाता है।
एक्सपर्ट्स के अनुसार ग्रो का IPO भारतीय फिनटेक स्टार्टअप्स के लिए एक नया माइलस्टोन है। यह सिर्फ एक कंपनी की सफलता नहीं बल्कि भारतीय बाजार की बढ़ती क्षमता का प्रमाण है। ललित केशरे खुद कहते हैं कि उनका लक्ष्य हर भारतीय को निवेश का आसान रास्ता देना है—बिलियनेयर बनना तो बस उस सफर का एक परिणाम मात्र है।
अब कंपनी की नजर वेल्थ मैनेजमेंट सर्विसेज और वैश्विक विस्तार पर है। विश्लेषकों का मानना है कि अगर कंपनी की यह रफ्तार जारी रही तो शेयर जल्द ही ₹200 का आंकड़ा भी पार कर सकता है।