कोविड से बचाव हेतु सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र, अपने कार्मिकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। हाल ही में, विभिन्न स्वास्थ्य अधिकारियों के रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस का एक नया प्रकार (स्ट्रेन) उभरा है जो कि कई राज्यों में फैल रहा है। कोविड-19 मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए भिलाई इस्पात संयंत्र के मुख्य चिकित्सालय पं. जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र ने अपील जारी करते हुए लोगों से निम्नलिखित उपायों को सुनिश्चित करने का आग्रह किया है ताकि कोरोना वायरस के प्रसार को रोका जा सके।
सभी व्यक्ति विभिन्न सुरक्षात्मक उपायों का पालन करें, भीड़-भाड़ वाली जगहों और अस्पतालों में मास्क पहनें, बार-बार हाथ धोयें या सैनिटाइजर का प्रयोग करें। किसी भी प्रकार का वायरल संक्रमण जैसे सर्दी, खांसी और बुखार या सांस लेने में परेषानी होने पर कोविड-19 का परीक्षण करवायें। भिलाई टाउनशिप निवासियों को सूचित किया जाता है कि कोविड-19 परीक्षण के लिए जेएलएन हॉस्पिटल के फ्लू क्लिनिक में सुबह 09.00 से 11.00 बजे के बीच उपस्थित होकर अपनी जांच करवा सकते हैं।
इसके अलावा संयंत्र में कार्यरत कर्मचारी भी सामाजिक दूरी का पालन करें, हाथों की नियमित सफाई, कार्यस्थल/सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ से बचें। कोविड-19 से बचाव हेतु आवश्यक उपायों का सख्ती से पालन करें।
हाल ही में दिसम्बर माह के प्रथम सप्ताह में संयंत्र के मुख्य चिकित्सालय पं. जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र, सेक्टर-9 में माॅक ड्रिल का भी आयोजन किया गया था। सभी संभावित खतरों को ध्यान में रखते हुए संयंत्र प्रबंधन सजग है।
भिलाई इस्पात संयंत्र का जनस्वास्थ्य विभाग मच्छरों से होने वाली बीमारियों डेंगू, मलेरिया और अन्य बीमारियों की रोकथाम हेतु अभियान के तहत कार्य कर रहा है। यह अभियान जिला स्वास्थ्य एवं मलेरिया विभाग के सहयोग से जारी है। साथ ही नगर सेवाएं विभाग द्वारा विभिन्न सेक्टरों में विशेष रूप से स्वच्छता और सफाई अभियान भी निरन्तर जारी है।
कोविड के नए वैरिएंट और अन्य बीमारियों से बचने के लिए जनता का सहयोग जरूरी है। इस्पात नगरी और दुर्ग जिले को इससे बचाने के लिए सभी का सतर्क होना और सावधानी बनाए रखना जरूरी होगा।