मेहनत, संघर्ष और उम्मीद की कहानी—पिता ने जमीन बेची, बेटी ने सपना पूरा किया; टॉप-10 में दो लड़कियां, फेसलेस इंटरव्यू पहली बार लागू।
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) ने 20 नवंबर की देर रात राज्य सेवा परीक्षा 2024 का फाइनल रिज़ल्ट जारी कर दिया। लिस्ट सामने आते ही राज्यभर में खुशी और उत्सुकता का माहौल बन गया। इस बार टॉप-10 पर लड़कों का दबदबा दिखाई दिया, लेकिन दो होनहार लड़कियों ने भी अपनी जगह पक्की की है। पूरे राज्य में सबसे ऊपर नाम आया दुर्ग के देवेश प्रसाद साहू का, जिन्होंने प्रथम स्थान हासिल किया।
सबसे प्रेरणादायक कहानी सरगुजा की चंचल पैकरा की है, जिन्होंने कठिन परिस्थितियों के बावजूद ST वर्ग में पहला स्थान प्राप्त किया है। चंचल किसान और सब्जी बेचने वाले परिवार से आती हैं। बताया जाता है कि उनके पिता ने बेटी की पढ़ाई के लिए अपनी कुछ जमीन तक बेच दी। यह त्याग और लगन का मिला-जुला परिणाम है कि चंचल ने पहली ही बार मेन्स और इंटरव्यू में शानदार प्रदर्शन किया और ओवरऑल 204वीं रैंक के साथ ST कैटेगरी में टॉप किया। अब उनकी नियुक्ति डिप्टी कलेक्टर के पद पर होने की पूरी संभावना है।
चंचल की शैक्षणिक यात्रा भी उतनी ही संघर्षभरी और प्रेरक रही। काराबेल की सरकारी प्राथमिक शाला से शुरू होकर एकलव्य विद्यालय के दिनों तक वे लगातार स्कूल टॉपर रहीं। बाद में जगदलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग में BE किया। पहली बार PSC प्री में सफलता नहीं मिली, लेकिन पिता के सहयोग और कोचिंग की मदद से उन्होंने अगले प्रयास में प्री और मेन्स दोनों क्लियर कर लिए।
ST वर्ग में दूसरे स्थान पर सरगुजा के ही मयंक मंडावी का नाम आया है। मयंक पहले से ही GST इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं, लेकिन एक बार फिर PSC में शामिल होकर उन्होंने अपने लक्ष्य की ओर कदम बढ़ाया। उन्होंने ओवरऑल 210वीं रैंक हासिल की है और अब डिप्टी कलेक्टर बनने जा रहे हैं। पढ़ाई में हमेशा से तेज रहे मयंक एक फॉरेस्ट कर्मी के बेटे हैं और लंबे समय से इस परीक्षा की तैयारी में जुटे हुए थे।
रिज़ल्ट जारी होते ही CGPSC की वेबसाइट कुछ देर के लिए क्रैश हो गई, क्योंकि प्रदेशभर के अभ्यर्थी अपनी रैंक देखने में जुटे थे। इस साल इंटरव्यू चरण में सबसे बड़ा बदलाव ‘फेसलेस इंटरव्यू’ का रहा। 10 से 20 नवंबर तक चले इंटरव्यू में उम्मीदवारों की पहचान इंटरव्यू बोर्ड से छिपाई गई। केवल कोड नंबर के आधार पर इंटरव्यू लिया गया ताकि चयन प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष हो।
बिलासपुर की शताक्षी पांडेय भी इस बार चर्चा में रहीं। वे महिला अभ्यर्थियों में पहले स्थान पर रहीं और टॉप-10 में छठवीं रैंक हासिल की। तीसरे प्रयास में उन्होंने यह सफलता पाई है और वे भविष्य में वित्त विभाग में अपनी सेवाएं देना चाहती हैं।
कुल मिलाकर, CGPSC 2024 का रिज़ल्ट न केवल प्रतिभा, संघर्ष और धैर्य का प्रतीक है, बल्कि यह भी साबित करता है कि सही अवसर, सही दिशा और परिवार का समर्थन हो तो किसी भी परिस्थिति में सपने पूरे किए जा सकते हैं।