दुबई एयर शो में तेजस क्रैश का असर—HAL के शेयर 9% टूटे, क्या यह गिरावट ‘खरीदने का मौका’ है? एक्सपर्ट्स की राय पढ़िए

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दुबई एयर शो में भारतीय वायुसेना के तेजस लड़ाकू विमान के क्रैश होने ने बाज़ार को जोरदार झटका दिया है। हादसे में विंग कमांडर नमांश स्याल की दुखद मौत और विमान के ध्वस्त होने के बाद HAL के शेयर 8.5% गिरकर ₹4,205 तक फिसल गए।
क्योंकि तेजस LCA को HAL ने ही बनाया है, इसलिए इस घटना का सीधा असर कंपनी के स्टॉक पर दिखा।

लेकिन बड़ा सवाल—
क्या अब HAL के शेयर खरीदने चाहिए या दूरी बना लेनी चाहिए?


हादसे से बढ़ा नकारात्मक सेंटीमेंट

मार्केट एक्सपर्ट मानते हैं कि HAL पहले ही कमजोर टेक्निकल संकेत दिखा रहा था।

सेंट्रम ब्रोकिंग के निलेश जैन कहते हैं—

  • MACD पर सेल क्रॉसओवर पहले ही बन चुका था।

  • क्रैश की खबर ने गिरावट और तेज कर दी।

  • शॉर्ट-टर्म में स्टॉक पर और दबाव रह सकता है।

स्टॉक पिछले कुछ हफ्तों से एक संकुचित रेंज में चल रहा था, इसलिए छोटे निवेशक अब पैनिक सेलिंग की ओर बढ़ गए।


लेकिन… यह गिरावट मूल समस्या नहीं, सिर्फ सेंटीमेंट का असर

हादसे का संबंध HAL की तकनीकी क्षमता या फंडामेंटल से नहीं है।
यह एक इमोशनल-ड्रिवन गिरावट है, जैसी बड़ी घटनाओं में अक्सर देखने को मिलती है।

IAF ने हादसे की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी बैठा दी है, और असल दोष आने वाले दिनों में सामने आएगा।


लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए यह ‘गोल्डन चांस’

आदित्य बिड़ला कैपिटल के विश्लेषक सुरेश प्रजापति कहते हैं—

  • स्टॉक का मजबूत सपोर्ट: ₹4,350

  • रेजिस्टेंस: ₹5,000

  • गिरावट लंबी अवधि के निवेशकों के लिए खरीदने का अवसर है।

HAL की लंबी अवधि की मजबूती वैसी ही है—

✔ भारत सरकार की बैकिंग

✔ डिफेंस बजट में लगातार बढ़ोतरी

✔ तेजस MK-1A की नई बड़ी ऑर्डर बुक

✔ हेलिकॉप्टर, इंजन और ड्रोन प्रोग्राम में मजबूत पाइपलाइन

✔ PSU स्टॉक्स पर निवेशकों का भरोसा

इसी वजह से विश्लेषक गिरावट को अस्थायी मान रहे हैं।


तेजस क्रैश: हादसा कैसे हुआ?

IAF की प्रारंभिक जानकारी के अनुसार—

  • घटना शुक्रवार दोपहर 2:10 बजे हुई

  • एरियल शो में लो अल्टीट्यूड टर्न लेते समय विमान असंतुलित

  • तेज गति से नीचे गिरा और आग की लपटों में घिर गया

  • पायलट विंग कमांडर नमांश स्याल की मौत हो गई

जांच रिपोर्ट आने में कुछ समय लगेगा।


निवेशकों के लिए निष्कर्ष

Short Term (1–3 महीने):

  • दबाव रह सकता है

  • टेक्निकल चार्ट कमजोर दिखेंगे

  • बड़े निवेशक इंतजार की रणनीति अपना सकते हैं

Long Term (1–3 साल):

  • स्टॉक का फंडामेंटल बेहद मजबूत

  • भारत डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग में तेजी से आगे बढ़ रहा

  • ऑर्डर बुक ₹75,000 करोड़ से ज्यादा

  • गिरावट बेहतरीन एंट्री पॉइंट बना सकती है

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