भारतीय खान ब्यूरो के तत्वावधान में नंदिनी लाइमस्टोन माइंस, सेल- भिलाई इस्पात संयंत्र में 9वाँ माइन्स एनवायरमेंट एंड मिनरल कंजर्वेशन वीक उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस वर्ष आयोजन का मुख्य विषय “उत्तरदायी खनन” था, जिसके अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण, वैज्ञानिक खनन, संसाधनों के संतुलित उपयोग तथा सतत विकास पर विशेष जोर दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान खनन क्षेत्र में पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं को बढ़ावा देने हेतु विविध गतिविधियाँ आयोजित की गईं, जिनमें अपशिष्ट प्रबंधन, जल संरक्षण तकनीक, हरित पहल, धूल-नियंत्रण उपाय तथा सुरक्षा मानकों को सुदृढ़ करने से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम शामिल थे। विशेषज्ञों और अधिकारियों ने उत्तरदायी खनन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण केवल उद्योग की नहीं, बल्कि समाज एवं आने वाली पीढ़ियों की सामूहिक जिम्मेदारी है।
प्रतियोगिताओं में कर्मचारियों, इंजीनियरों एवं स्थानीय समुदाय की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली। बच्चों द्वारा प्रस्तुत नाटक, पर्यावरण-आधारित पोस्टर, निबंध, मॉडल प्रदर्शनी आदि ने प्रतिभागियों की जागरूकता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को प्रभावी रूप से प्रदर्शित किया। कार्यक्रम के अंत में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली इकाइयों तथा प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। निरीक्षण दल ने नंदिनी लाइमस्टोन माइंस द्वारा अपनाए जा रहे सतत एवं वैज्ञानिक खनन प्रयासों की सराहना की और उन्हें उद्योग के लिए एक आदर्श बताया।
कार्यक्रम का नेतृत्व मुख्य महाप्रबंधक (फ्लक्स) श्री चिंतला श्रीकांत द्वारा किया गया। निरीक्षण दल के कन्वेनर श्री बी. श्याम प्रसाद रहे एवं सदस्य के तौर पर श्री किशोर चंद्र रावत, श्री दिपंजन साहा, तथा नंदिनी खान से श्री एस. जामुलकर, श्री ओमेन टेटे, माइंस मैनेजर श्री संतोष कुमार खंडे, श्री अजय चतुर्वेदी, श्री अलंकार भिवगड़े, श्री रमेश राठौड़ शामिल थे। कार्यक्रम में डीएवी स्कूल के विद्यार्थी एवं शिक्षक, यूनियन प्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी, ठेका श्रमिक एवं ठेकेदार बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। इस अवसर पर सभी उपस्थित अतिथियों एवं प्रतिभागियों ने जिम्मेदार, पर्यावरण-संवेदी एवं संतुलित खनन को बढ़ावा देने का संकल्प लिया।