कीमती धातुओं के बाजार में आज दिलचस्प उतार-चढ़ाव देखने को मिला। 27 नवंबर के कारोबारी सत्र में जहां सोने की कीमतों में हल्की नरमी दर्ज की गई, वहीं चांदी ने तेज रफ्तार पकड़ते हुए बड़ी छलांग लगा दी। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के मुताबिक 10 ग्राम सोना आज 224 रुपए की गिरावट के साथ 1,25,857 रुपए पर आ गया है। कल यह 1,26,081 रुपए था, यानी सोने की कीमतों में मामूली दबाव बना हुआ है।
इसके उलट चांदी ने आज जोरदार उछाल लिया और 2,758 रुपए की तेजी के साथ 1,61,783 रुपए प्रति किलो पर जा पहुंची। कल इसका भाव 1,59,025 रुपए था। यह भी याद रखना जरूरी है कि 17 अक्टूबर को सोने ने 1,30,874 रुपए प्रति 10 ग्राम का रिकॉर्ड बनाया था, जबकि 14 अक्टूबर को चांदी 1,78,100 रुपए प्रति किलो के अपने ऑलटाइम हाई पर पहुंची थी। आज की कीमतें उसी ऊंचाई से कुछ नीचे जरूर दिख रही हैं, लेकिन साल भर में आए उछाल को देखें तो रफ्तर अभी भी ऊंचे स्तर पर ही मानी जाएगी।
अलग-अलग शहरों में सोने और चांदी के रेट अक्सर अलग नजर आते हैं। इसकी वजह यह है कि IBJA की कीमतों में न तो GST शामिल होता है, न मेकिंग चार्ज और न ही ज्वेलर्स का मार्जिन। इसी कारण हर शहर का रिटेल रेट अलग निकलता है। कई बड़े बैंक, जिनमें पंजाब नेशनल बैंक भी शामिल है, गोल्ड लोन के लिए इन्हीं IBJA रेट्स को आधार बनाते हैं।
कीमती धातुओं की बात करें तो इस साल सोने और चांदी दोनों की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखी गई है। 31 दिसंबर 2024 को जहां 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 76,162 रुपए का था, वहीं अब यह 1,25,857 रुपए तक पहुंच चुका है, यानी सालभर में लगभग 49,695 रुपए की बढ़ोतरी। इसी तरह एक किलो चांदी की कीमत 86,017 रुपए से बढ़कर अब 1,61,783 रुपए हो गई है, यानी 75,766 रुपए का उछाल। यह बढ़त बताती है कि वैश्विक अनिश्चितताओं और घरेलू मांग में बढ़ोतरी का सीधा असर कीमती धातुओं पर पड़ा है।
सोना खरीदते समय उपभोक्ताओं को कुछ सावधानियां जरूर रखनी चाहिए। सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि जो सोना आप खरीद रहे हैं वह BIS हॉलमार्क के साथ प्रमाणित हो। हॉलमार्क पर एक अल्फ़ान्यूमेरिक कोड होता है, जो बताता है कि सोना कितने कैरेट का है और इसकी शुद्धता क्या है। साथ ही खरीदने के दिन का रेट अलग-अलग स्रोतों से चेक करना भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि 24 कैरेट, 22 कैरेट और 18 कैरेट—तीनों की कीमतें अलग-अलग होती हैं और कई बार दुकानों में दिखाया गया रेट और वास्तविक रेट में मामूली अंतर हो सकता है।
आज के उतार-चढ़ाव ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि कीमती धातुओं का बाजार हमेशा सक्रिय रहता है—कभी सोना शांत तो चांदी तेज, और कभी दोनों ऊंचाई पर। आने वाले दिनों में ग्लोबल आर्थिक गतिविधियों और त्योहारी मांग का असर इन कीमतों पर और दिखाई दे सकता है।