सेल– भिलाई इस्पात संयंत्र ने राष्ट्रीय कर्मयोगी मिशन के अंतर्गत संचालित लार्ज स्केल जन सेवा प्रोग्राम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए सेल की सभी इकाइयों में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। 28 नवम्बर, 2025 तक भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा 73 प्रशिक्षण सत्रों के माध्यम से कुल 2563 कर्मचारियों को कवर किया गया है, जो पूरे सेल में सर्वाधिक है और बीएसपी को शीर्ष प्रदर्शनकारी इकाई के रूप में स्थापित करता है।
राष्ट्रीय कर्मयोगी मिशन, जिसे भारत के माननीय प्रधानमंत्री द्वारा सितंबर 2020 में प्रारंभ किया गया था, का उद्देश्य सरकारी एवं सार्वजनिक उपक्रमों के कर्मचारियों में आधुनिक कार्य-दृष्टि, नागरिक-केंद्रित सोच, दक्षता, संवेदनशीलता और सेवा-भाव को विकसित करना है। इस मिशन का संचालन क्षमता निर्माण आयोग (सीबीसी) द्वारा किया जा रहा है।
भिलाई इस्पात संयंत्र ने इस राष्ट्रीय मिशन को शीर्ष प्राथमिकता देते हुए प्रशिक्षण गतिविधियों को तेज गति से विस्तार दिया है। संयंत्र के 2 लीड ट्रेनर- उप महाप्रबंधक (एचआर- एल एंड डी) श्री यशवंत जौहरी व उप महाप्रबंधक (ए एंड डी) सुश्री नीरजा शर्मा के साथ 63 प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर्स इन मॉड्यूल्स को औद्योगिक आवश्यकताओं के अनुरूप, सरल, व्यावहारिक एवं कार्यस्थल पर सीधे लागू होने योग्य स्वरूप में कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं। मानव संसाधन विकास केंद्र एवं बीएमडीसी में प्रतिदिन 60–70 कर्मचारियों को प्रशिक्षण देकर अधिकतम कार्यबल को त्वरित रूप से कवर किया जा रहा है।
प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके कर्मचारियों और अधिकारियों ने बताया कि मिशन कर्मयोगी के सत्रों ने उनकी कार्यशैली में ठोस और सकारात्मक बदलाव लाए हैं—चाहे वह निर्णय क्षमता हो, समस्या समाधान कौशल, टीमवर्क, समय प्रबंधन, संवाद क्षमता या नागरिक–केंद्रित दृष्टिकोण। यह प्रशिक्षण उनके दैनिक कार्यों में दक्षता और स्पष्टता बढ़ाने में अत्यंत सहायक सिद्ध हुआ है।
भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा मिशन कर्मयोगी के अंतर्गत प्राप्त यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि संयंत्र केवल उत्पादन ही नहीं, बल्कि मानव संसाधन क्षमता निर्माण में भी अग्रणी भूमिका निभाते हुए राष्ट्रीय उद्देश्यों के अनुरूप तेज गति से आगे बढ़ रहा है।