इलॉन मस्क का खुलासा—”मेरी पार्टनर दिल से आधी भारतीय”, बेटे का नाम Nobel विजेता चंद्रशेखर के नाम पर रखा; AI-रोबोटिक्स पर बोले—“20 साल में काम हॉबी बन जाएगा”

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टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ इलॉन मस्क ने निखिल कामत के पॉडकास्ट People by WTF में कई बेबाक बातें कहीं—अपनी पार्टनर से लेकर इंडियन टैलेंट, AI के भविष्य, X (ट्विटर) के रूपांतरण और काम के बदलते मायनों तक। लगभग दो घंटे लंबे इस इंटरव्यू में मस्क ने पहली बार स्वीकार किया कि उनकी पार्टनर शिवोन जिलिस दिल से आधी भारतीय हैं, और इसी कनेक्शन की वजह से उन्होंने अपने बेटे का नाम नोबेल विजेता एस्ट्रोफिजिसिस्ट सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर (शेखर) के नाम पर रखा।

इंटरव्यू में मस्क बार-बार भारतीय प्रतिभा की तारीफ करते नजर आए। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने सबसे ज्यादा फायदा अगर किसी देश के दिमागों से उठाया है, तो वह है—भारत। टेस्ला और स्पेसएक्स में उनके मुताबिक “सबसे स्मार्ट लोग भारतीय हैं।”

मस्क की बातचीत का सबसे चौंकाने वाला हिस्सा था—काम का भविष्य। उन्होंने दावा किया कि अगले 10–20 सालों में AI और रोबोटिक्स इतनी तेज़ी से बढ़ेंगे कि इंसानों के लिए काम करना जरूरत नहीं, बल्कि हॉबी बन जाएगा।


AI और रोबोटिक्स—20 साल में काम की जरूरत खत्म?

मस्क ने भविष्य पर बात करते हुए कहा—

“AI और रोबोटिक्स इंसानों से कई गुना तेजी से प्रोडक्शन करेंगे। ज्यादातर जरूरतें मशीनें खुद पूरी कर देंगी। लोग काम इसलिए करेंगे क्योंकि उन्हें अच्छा लगेगा… न कि जीविका के लिए।”

उन्होंने कहा कि आगे चलकर दुनिया में जरूरत से ज्यादा प्रोडक्ट बनेंगे, चीजें सस्ती होंगी और इंसानों की भूमिका “क्रिएटिव” जाती बचेगी।


अमेरिका में भारतीय टैलेंट—मस्क ने खुलकर तारीफ की

H-1B वीजा और प्रवासी टैलेंट पर टिप्पणी करते हुए मस्क बोले—

“अमेरिका को भारतीय टैलेंट से असाधारण फायदा हुआ है। टेस्ला और स्पेसएक्स में कुछ सबसे स्मार्ट दिमाग भारतीय हैं।”

उन्होंने माना कि H-1B सिस्टम का दुरुपयोग हुआ, लेकिन इसे खत्म करना मूर्खता होगी। मस्क के मुताबिक—

  • स्किल्ड इमीग्रेशन बढ़ना चाहिए

  • अवैध इमिग्रेशन पर कढ़ाई होनी चाहिए

  • टैलेंटेड विदेशियों को अमेरिका वेलकम करे


ट्विटर से X—क्यों लिया इतना बड़ा फैसला?

मस्क ने स्पष्ट कहा कि ट्विटर विचारधारा के संतुलन से भटक चुका था।

“वो वामपंथी आवाजें बढ़ाता था और दक्षिणपंथ को दबाता था। मैंने इसे बराबरी वाला प्लेटफ़ॉर्म बनाने की कोशिश की।”

उन्होंने बताया कि X का विजन है—एक एवरीथिंग एप

  • वर्ड्स

  • वीडियो

  • कॉलिंग

  • मैसेजिंग

  • पेमेंट

सबकुछ एक ही प्लेटफॉर्म पर।


फैमिली और बच्चे—मस्क की साफ बातें

एक सवाल पर हंसते हुए बोले—

“ट्रेडिशनल फैमिली मॉडल काम करता है। मेरी लाइफ थोड़ी अलग है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि पुराना मॉडल गलत है।”

अपने मस्कुलर बॉडी को लेकर आए कमेंट पर बोले—

“अरे बस, आप मुझे ब्लश करा रहे हो! मैं बस हार नहीं मानता, यही चीट कोड है।”


अमेरिका के कर्ज पर मस्क का फॉर्मूला

अमेरिका के बढ़ते कर्ज पर उन्होंने कहा—

“करेन्सी डिफ्लेशन काम नहीं आएगा। असली समाधान है—AI और रोबोटिक्स। यह प्रोडक्टिविटी को सुपरचार्ज कर देंगे।”

हालांकि उन्होंने साफ कहा कि यह सिर्फ अस्थायी समाधान होगा। स्थायी विकास के लिए दुनिया को यूनिवर्सल हाई इनकम की ओर बढ़ना पड़ेगा।


भारतीय एंटरप्रेन्योर्स को मस्क की सलाह

  • वैल्यू क्रिएट करो

  • रिस्क लो

  • धैर्य रखो

  • स्पेस, एआई और भविष्य की तकनीकों में 10–15 साल आगे सोचो

उनके मुताबिक—“भविष्य धैर्यवानों का है।”


‘X’ अक्षर से जुनून क्यों?

मस्क ने हंसते हुए कहा—

“X मेरा बचपन का ऑब्सेशन है—10 साल की उम्र से। यह अननोन का, खोज का प्रतीक है। इसी वजह से मेरी कंपनियों में यह लेटर बार-बार आता है।”


इस इंटरव्यू में मस्क ने पहली बार अपने निजी जीवन, पार्टनर की जड़ों, बेटे के नाम की कहानी और अमेरिका की इमिग्रेशन नीति पर इतने विस्तार से बात की। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा में उनकी वही बात रही—AI इतनी तेजी से बढ़ेगा कि इंसान को सिर्फ वही काम करना होगा जो उन्हें पसंद हो।

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