अभिषेक बच्चन ने अपने पिता और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को लेकर एक बेहद दिलचस्प और भावुक बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वह अपने पिता के इतने बड़े प्रशंसक हैं कि कभी भी उनकी किसी फिल्म को रीक्रिएट करने की हिम्मत नहीं करेंगे। उनके अनुसार, अमिताभ बच्चन के किरदारों को दोहराने का मतलब ही नहीं बनता, क्योंकि वह जिस ऊँचाई पर अभिनय करते हैं, वहाँ तक कोई पहुंच ही नहीं सकता।
अभिषेक मुंबई के मेहबूब स्टूडियो में आयोजित हुए इंडिया फिल्म प्रोजेक्ट (IFP) क्रिएटिव फेस्टिवल के दूसरे दिन पहुंचे थे, जहां उन्होंने खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा—“मैं अमिताभ बच्चन को बचपन से अपना आइडल मानता आया हूं। बचपन में जब भी मौका मिलता, पापा की फिल्में ही देखता था। इतना ही नहीं, फिल्म देखने के बाद मैं और मेरे दोस्त घर के पीछे जाकर उनके सीन को दोहराते थे। सबसे ज्यादा लड़ाई इस बात पर होती थी कि अमिताभ बच्चन का रोल कौन करेगा।”
अभिषेक ने बताया कि यह बात वह बेटे के नज़रिए से नहीं, बल्कि एक सच्चे फैन की तरह कह रहे हैं। उन्होंने कहा—“एक कलाकार होने के नाते कभी-कभी यह अहसास होता है कि शायद मैं कोई सीन थोड़ा अलग तरीके से कर सकता हूं, लेकिन जब बात अमिताभ बच्चन की आती है तो मुझे लगता है कि उनसे बेहतर कोई नहीं कर सकता। इसलिए उनकी फिल्में दोबारा बनाने की कोई ज़रूरत ही नहीं। उनका काम बेजोड़ है।”
अमिताभ और अभिषेक कई फिल्मों में साथ नजर आ चुके हैं—बंटी और बबली, सरकार और पा उनमें से प्रमुख हैं। उनके ऑन-स्क्रीन संबंध और ऑफ-स्क्रीन बॉन्डिंग दर्शकों को हमेशा पसंद आई है।
अभिषेक बच्चन के लिए साल 2025 भी काफी खास रहा। उनकी तीन फिल्में बी हैप्पी (14 मार्च), हाउसफुल 5 (6 जून) और कालीधर लापता (4 जुलाई) रिलीज हुईं, और दर्शक उन्हें बड़े पर्दे पर अलग-अलग अवतारों में देख पाए।
अभिषेक का यह बयान सिर्फ एक अभिनेता का नहीं, बल्कि उस पीढ़ी का अहसास भी है जिसने अमिताभ बच्चन को सुपरस्टार से आइकन बनते देखा है। इसलिए जब वह कहते हैं कि “अमिताभ बच्चन को दोहराया नहीं जा सकता,” तो यह उनके लिए ही नहीं, करोड़ों दर्शकों के लिए भी सच जैसा लगता है।