सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी 2025-26 में मंगलवार का दिन पूरी तरह अर्जुन तेंदुलकर के नाम रहा। कोलकाता में खेले गए ग्रुप-स्टेज मुकाबले में 24 वर्षीय अर्जुन ने गेंदबाज़ी और बल्लेबाज़ी—दोनों में ऐसा प्रदर्शन किया कि मैच का पूरा मोमेंटम गोवा की तरफ झुक गया। उनके दमदार खेल की बदौलत गोवा ने मध्य प्रदेश को सात विकेट से हराकर टूर्नामेंट में अपनी दूसरी जीत दर्ज की।
अर्जुन ने नई गेंद से वही किया जिसकी टीम को ज़रूरत थी। उन्होंने पावरप्ले के भीतर ही मध्य प्रदेश की बैटिंग लाइन-अप को हिला दिया। तीन ओवर में 36 रन देकर तीन अहम विकेट झटके और विपक्षी टीम को शुरुआती झटकों से उबरने ही नहीं दिया। शुरुआती दस रन के भीतर ही उनके दो विकेट मिल चुके थे और तीसरा बड़ा विकेट था वेंकटेश अय्यर का—जो सिर्फ 6 रन बनाकर अर्जुन के शिकार बने।
सिर्फ गेंदबाज़ी ही नहीं, अर्जुन फील्डिंग में भी चमके। कप्तान रजत पाटीदार का कैच पकड़कर उन्होंने एक मजबूत साझेदारी को तोड़ा। पाटीदार और हरप्रीत सिंह भाटिया ने चौथे विकेट के लिए 73 रन जोड़कर टीम को संभाला था, मगर अर्जुन के कैच ने मैच का रुख फिर पलट दिया।
मध्य प्रदेश की टीम ने 170 रन का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा। जवाब में अर्जुन ओपनिंग करने उतरे और शुरुआत में ही पारी की रफ्तार बढ़ा दी। उन्होंने सिर्फ 10 गेंदों में 16 रन ठोक दिए—तीन चौके लगाकर विपक्षी गेंदबाजों पर दबाव बना दिया। हालांकि वह ज्यादा देर क्रीज़ पर नहीं टिके, मगर टीम को तेज़ शुरुआत मिल चुकी थी।
इसके बाद कप्तान सुयांश प्रभुदेसाई ने संभलकर मगर आक्रामक अंदाज़ में खेलते हुए 50 गेंदों पर नाबाद 75 रन ठोके और 18.3 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया। यह जीत गोवा के लिए बेहद अहम रही, क्योंकि टीम शुरुआत से ही लय में दिखाई दे रही है।
इससे पहले चंडीगढ़ के खिलाफ भी गोवा ने 52 रन से जीत दर्ज की थी, जिसमें अर्जुन ने तीन विकेट लिए थे और 14 रन का योगदान दिया था। लगातार दो मैचों में उनका ऐसा प्रदर्शन इस बात का संकेत है कि अर्जुन तेंदुलकर अब सिर्फ नाम नहीं, बल्कि अपने खेल से टीम का भरोसा भी बन रहे हैं।