रांची एयरपोर्ट का एक छोटा-सा वीडियो पूरे क्रिकेट जगत में बड़ी हलचल पैदा कर रहा है। दृश्य साधारण है—सिलेक्टर प्रज्ञान ओझा पहले विराट कोहली के पास बैठते हैं, उनसे कुछ देर बातचीत करते हैं, फिर उठकर दूर दूसरी ओर अकेले बैठे कोच गौतम गंभीर के पास जाकर वही बात दोहराते दिखते हैं। पर इस साधारण से दृश्य के बीच जो असाधारण बातें सोशल मीडिया पर तैरने लगीं, उसने टीम इंडिया के माहौल पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
वीडियो में विराट और ओझा नज़दीक बैठे सहज बातचीत करते दिखाई देते हैं, जबकि दूसरी तरफ गंभीर एक दूरी पर, अलग-थलग बैठे हुए नजर आते हैं। इसी ‘फ्रेम’ ने चर्चा छेड़ दी कि क्या गंभीर और टीम के सीनियर खिलाड़ियों, विशेषकर विराट और रोहित के बीच संवाद पहले जैसा नहीं रहा। दिलचस्प यह भी है कि ठीक इसी वीडियो के कुछ घंटे पहले ओझा की रोहित शर्मा से मुलाकात सामने आई थी—मुस्कानें, हाथ मिलाना और पुराने साथियों जैसा अपनापन।
इन दृश्यों के बीच यह खबरें तेज़ हो गई हैं कि टीम मैनेजमेंट और सीनियर खिलाड़ियों के बीच बातचीत कम हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि गंभीर, अजीत अगरकर और टीम के दिग्गज खिलाड़ियों के बीच संचार का चैनल कमजोर पड़ा है, जिससे वातावरण कुछ असहज हो गया है। यही वजह है कि रायपुर में होने वाले दूसरे वनडे से पहले BCCI एक अहम बैठक बुलाने की तैयारी कर चुका है। माना जा रहा है कि इस बैठक में सचिव देवजीत सैकिया, संयुक्त सचिव प्रभतेज सिंह भाटिया, हेड कोच गौतम गंभीर और चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर सभी मौजूद होंगे—उद्देश्य एक ही: माहौल को सामान्य करना और संवाद की कमी को पाटना।
इस बीच एक और परत भी सामने आई है। चीफ सेलेक्टर अगरकर चाहते हैं कि विराट कोहली और रोहित शर्मा अगले महीने शुरू होने वाली विजय हजारे ट्रॉफी 2025 में खेलें। ओझा और विराट की एयरपोर्ट वाली बातचीत को इसी मुद्दे से जोड़कर देखा जा रहा है। टीम मैनेजमेंट चाहता है कि सीनियर खिलाड़ी ज्यादा घरेलू क्रिकेट खेलें ताकि उनकी फॉर्म, फिटनेस और टीम के इंटरनल बैलेंस को दुरुस्त रखा जा सके।
रांची वनडे में विराट कोहली ने 135 रनों की विराट पारी खेलते हुए अपना 52वां वनडे शतक लगाया था, जबकि रोहित ने शानदार 57 रन जोड़कर टीम को मजबूत शुरुआत दी थी। दोनों सीनियर खिलाड़ी फिलहाल केवल वनडे क्रिकेट ही खेल रहे हैं, क्योंकि टी-20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद उन्होंने टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था, और 2025 में वे टेस्ट क्रिकेट से भी हटने का फैसला कर चुके हैं।
अब जब यह पूरा माहौल एक छोटे से वीडियो से भड़का है, क्रिकेट प्रशंसक रायपुर की संभावित बैठक को लेकर ज्यादा उत्सुक हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि बोर्ड इस ‘दूरी’ को सिर्फ कैमरे का भ्रम मानता है या यह वाकई गहरे संवादहीनता की ओर इशारा है। फिलहाल टीम इंडिया के फैंस सिर्फ यही उम्मीद कर रहे हैं कि मैदान के बाहर की यह हलचल मैदान पर असर न डाले—क्योंकि एक बार फिर सबकी नजरें विराट और रोहित की बल्ले से गूंजने वाली आवाज़ पर ही होंगी।