सेल–भिलाई इस्पात संयंत्र के बार एंड रॉड मिल में सुरक्षित, सहयोगपूर्ण और संवाद–प्रधान कार्य वातावरण को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल कारगर साबित हो रही है। मुख्य महाप्रबंधक एवं विभागाध्यक्ष (बी आर एम) श्री योगेश शास्त्री द्वारा आरंभ की गई इस पहल को “सेफ टी: चाय पे चर्चा” नाम दिया गया, जो सुरक्षा–संस्कृति को नए स्वरूप में स्थापित करने का एक अभिनव प्रयास है।
इसी क्रम में विद्युत अनुभाग के श्री वामसी बेहेरा के साथ आयोजित हालिया “सेफ टी: चाय पे चर्चा” सत्र में विभागीय सुधारों से जुड़े उनके सुझावों को पूरी गंभीरता, संवेदनशीलता एवं गोपनीयता के साथ दर्ज किया गया। प्राप्त सुझावों का विश्लेषण कर उन्हें भविष्य की कार्य–योजना में सम्मिलित करने की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो चुकी है।
इस पहल का उद्देश्य परंपरागत औपचारिक बैठकों से हटकर कर्मचारियों के साथ एक सहज, खुला और भरोसेमंद मंच तैयार करना है। “सेफ टी: चाय पे चर्चा” के माध्यम से मुख्य महाप्रबंधक (बीआरएम) श्री योगेश शास्त्री कर्मचारियों से सीधे बातचीत करते हुए कार्यस्थल की व्यावहारिक चुनौतियाँ, सुधार के अवसर, सुरक्षा संबंधी सुझाव और व्यक्तिगत अनुभवों को विस्तार से सुनते हैं। यह संवाद बिना किसी औपचारिकता के एक मैत्रीपूर्ण माहौल में होता है, जिससे कर्मचारी अपने विचार बिना किसी संकोच के सहजता से साझा कर पाते हैं।
चर्चा में भाग लेने वाले प्रत्येक कर्मचारी को एक विशेष सुरक्षा स्मृति–चिह्न प्रदान किया जाता है, जिसमें उनकी पारिवारिक तस्वीर और यह भावपूर्ण सुरक्षा प्रतिज्ञा अंकित रहती है— “मैं स्वयं को सुरक्षित रखूँगा क्योंकि मैं अपने परिवार से प्रेम करता हूँ।” यह प्रतीक न केवल सुरक्षा के महत्व को व्यक्तिगत स्तर पर मजबूत करता है, बल्कि कर्मचारियों में जिम्मेदारी और भावनात्मक जुड़ाव भी बढ़ाता है।
“सेफ टी: चाय पे चर्चा” पहल बार एंड रॉड मिल में विश्वास, पारदर्शिता, सहभागिता और सुरक्षा–जागरूकता को गहराई से स्थापित करने वाला कदम है। यह पहल प्रमाणित करती है कि जब नेतृत्व कर्मचारियों की बात को महत्व देता है और प्रत्यक्ष संवाद को प्रोत्साहित करता है, तब कार्य–संस्कृति स्वाभाविक रूप से अधिक सुरक्षित, सकारात्मक और उत्तरदायी बनती है।