भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच टी20 सीरीज का दूसरा मुकाबला आज एक खास पलों का गवाह बनने जा रहा है, क्योंकि यह मैच न्यू चंडीगढ़ स्टेडियम में मेंस इंटरनेशनल क्रिकेट का पहला मुकाबला होगा। कटक में मिली धमाकेदार जीत के बाद भारतीय क्रिकेट टीम पूरे जोश और आत्मविश्वास के साथ मैदान में उतरेगी। वर्ल्ड कप की तैयारियों के लिहाज़ से यह सीरीज बेहद अहम मानी जा रही है और टीम मैनेजमेंट हर तरह की पिच और हालात में खिलाड़ियों को परखना चाहता है। कटक की ओस भरी शाम, हल्की नमी और बल्लेबाज़ी के लिए अनुकूल टॉस के बावजूद भारत ने जिस तरह से दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम को 101 रन से रौंदा, उसने साफ कर दिया कि यह टीम किसी भी परिस्थिति में मैच का रुख पलटने का माद्दा रखती है।
पहले टी20 का टर्निंग पॉइंट वही पहला ओवर साबित हुआ, जब अर्शदीप सिंह ने शानदार स्विंग के साथ क्विंटन डिकॉक को चलता कर दिया। टी20 क्रिकेट में यह मुकाबला हमेशा रोचक रहा है और आंकड़े भी यही कहते हैं कि अर्शदीप ने डिकॉक को पांच बार आउट किया है, जबकि डिकॉक ने उनके खिलाफ सिर्फ 41 गेंदों में 38 रन बनाए हैं। यही वजह है कि इस बार दक्षिण अफ्रीका रणनीति बदल सकता है और डिकॉक की जगह एडेन मार्करम को स्ट्राइक पर भेजने का दांव खेल सकता है, ताकि शुरुआत में झटका न लगे।
भारत की प्लेइंग-11 को लेकर भी कयास तेज हैं। कटक में टीम इंडिया लगभग अपनी बेस्ट कॉम्बिनेशन के साथ खेली थी, लेकिन न्यू चंडीगढ़ की पिच अगर सूखी और तेज़ गेंदबाज़ों के अनुकूल रही तो स्पिनर कुलदीप यादव को मौका मिल सकता है और अर्शदीप को आराम दिया जा सकता है। वहीं अगर टीम बैटिंग डेप्थ बढ़ाने का फैसला करती है तो हरफनमौला खिलाड़ी हर्षित राणा को उतारने का विकल्प भी खुला रहेगा। कप्तान सूर्यकुमार यादव पर एक बार फिर मिडिल ऑर्डर को संभालने की बड़ी जिम्मेदारी होगी, जबकि डेथ ओवर्स में जसप्रीत बुमराह का रोल निर्णायक साबित हो सकता है।
दूसरी ओर दक्षिण अफ्रीका की टीम में बहुत बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। पहले मैच में अंतर भले ही बहुत बड़ा दिखा हो, लेकिन टीम संतुलित नजर आई थी। सिर्फ ऑलराउंडर स्लॉट में बदलाव हो सकता है, जहां लूथो सिपामला की जगह किसी और खिलाड़ी को आज़माया जा सकता है। डिकॉक, मार्करम, डेविड मिलर और डेवाल्ड ब्रेविस जैसे बल्लेबाज़ों से इस बार बड़ी पारी की उम्मीद रहेगी, वहीं गेंदबाज़ी में लुंगी एनगिडी और एनरिक नॉर्खिया पर दबाव होगा कि वे शुरुआती झटके दिलाएं।
न्यू चंडीगढ़ की पिच को लेकर अब तक जो संकेत मिले हैं, वे तेज़ गेंदबाज़ों के पक्ष में जाते दिख रहे हैं। यह मैदान पहली बार किसी मेंस इंटरनेशनल मुकाबले की मेजबानी कर रहा है। यहां ओस का असर बहुत ज्यादा नहीं होता, क्योंकि स्टेडियम के चारों ओर ऊंचे स्टैंड नहीं हैं। आईपीएल के आंकड़े बताते हैं कि इस मैदान पर 200 से ज्यादा का स्कोर भी सुरक्षित रहा है और कई बार 110-120 जैसे छोटे स्कोर भी बचाए जा चुके हैं। यानी यह पिच पूरी तरह अनप्रिडिक्टेबल मानी जा सकती है, जहां बल्लेबाज़ और गेंदबाज़ दोनों के लिए बराबर मौका रहेगा।
भारत हालिया रिकॉर्ड 6-2 के साथ इस मैदान पर उतर रहा है, लेकिन टी20 क्रिकेट का स्वभाव ही ऐसा है कि एक ओवर पूरे मैच की तस्वीर बदल सकता है। ऐसे में आज की शाम सिर्फ एक मुकाबला नहीं, बल्कि वर्ल्ड कप से पहले दोनों टीमों के लिए एक बड़ा इम्तिहान साबित होने वाली है। अब देखना दिलचस्प होगा कि न्यू चंडीगढ़ में इतिहास के इस पहले इंटरनेशनल मुकाबले में बाज़ी तेज़ गेंदबाज़ मारते हैं या फिर बल्लेबाज़ एक और रनफेस्ट रच देते हैं।