थायराइड की समस्या आज लाखों लोगों की लाइफस्टाइल को प्रभावित कर रही है। खासकर हाइपोथायराइडिज़्म में मेटाबॉलिज़्म धीमा पड़ जाता है, जिससे वजन तेजी से बढ़ने लगता है, थकान बनी रहती है और बॉडी की एनर्जी लेवल भी गिरती है। ऐसे में वेट गेन सिर्फ एक हेल्थ इश्यू नहीं, बल्कि रोजमर्रा की लाइफ को डिस्बैलेंस करने वाला बड़ा कारण बन जाता है।
हालांकि, थायराइड से होने वाला वेट गेन रोका जा सकता है। इसके लिए आपको अपनी दिनचर्या में कुछ आसान और प्रभावी एक्सरसाइज़ को शामिल करना होगा, जो न सिर्फ कैलोरी बर्न करेंगी। आइए जानते हैं वे 5 एक्सरसाइज़ जो थायराइड वेट कंट्रोल में बेहद मददगार हैं।
थायराइट कंट्रोल करने के लिए एक्सरसाइज़
ब्रिस्क वॉकिंग: थायराइड मरीजों के लिए सबसे आसान और असरदार वर्कआउट है ब्रिस्क वॉक। यह हार्ट रेट को बढ़ाता है, मेटाबॉलिज़्म को तेज करता है और फैट बर्निंग को प्राकृतिक रूप से बढ़ाता है। रोज 25-30 मिनट की तेज़ चाल वाली वॉक वजन कंट्रोल में बड़ी मदद कर सकती है।
योग के सूर्य नमस्कार: सूर्य नमस्कार थायराइड ग्लैंड को एक्टिव करने के लिए सबसे प्रभावी योगासन माना जाता है। यह 12 स्टेप्स की फ्लो एक्सरसाइज़ बॉडी के हार्मोन बैलेंस को सामान्य करने में मदद करती है। साथ ही, कैलोरी बर्न, बॉडी स्ट्रेंथ और फ्लेक्सिबिलिटी भी बढ़ती है।
पिलाटेज़ ब्रीदिंग एक्सरसाइज़: थायराइड में स्ट्रेस हार्मोन भी वेट गेन का कारण बनते हैं। पिलाटेज़ ब्रीदिंग एक्सरसाइज़ तनाव कम करती है, टॉरसो को मजबूत बनाती है और बॉडी की ऑक्सीजन लेवल को बढ़ा कर मेटाबॉलिज़्म को तेज करती है। दिन में 10 मिनट इसकी प्रैक्टिस से बड़ा फर्क दिखाई देता है।
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग: थायराइड वेट गेन को कंट्रोल करने का असली फायदा स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से मिलता है। इसमें लाइट वेट्स या बॉडी वेट एक्सरसाइज़ जैसे स्क्वैट्स, लंजेस, पुश-अप्स शामिल होते हैं। यह मसल्स मास बढ़ाकर आपकी बॉडी को ज्यादा कैलोरी बर्न करने में सक्षम बनाती है यहां तक कि आराम की स्थिति में भी।
साइकलिंग: साइक्लिंग एक लो-इंपैक्ट कार्डियो एक्सरसाइज़ है जो थायराइड के मरीजों के लिए बेहद उपयुक्त है। यह फैट लॉस को बढ़ावा देती है, पैरों की स्ट्रेंथ बढ़ाती है और शरीर को ओवरस्ट्रेस भी नहीं करती। रोजाना 15-20 मिनट की साइकलिंग से वजन तेजी से कंट्रोल में आ सकता है।