अमेरिका में दिवंगत फाइनेंसर और दोषी यौन अपराधी Jeffrey Epstein से जुड़े दस्तावेजों को लेकर एक बार फिर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। United States Department of Justice ने 19 दिसंबर 2025 को एपस्टीन से संबंधित हजारों पन्नों के दस्तावेज सार्वजनिक किए थे, लेकिन महज एक दिन के भीतर यानी 20 दिसंबर तक कम से कम 16 अहम फाइलें अपनी आधिकारिक वेबसाइट से गायब पाई गईं। अचानक फाइलें और तस्वीरें हटाए जाने से अमेरिकी राजनीति से लेकर सोशल मीडिया तक नई बहस छिड़ गई है।
हटाई गई फाइलों में एपस्टीन के घर से जुड़ी कई संवेदनशील तस्वीरें शामिल बताई जा रही हैं। इनमें नग्न महिलाओं को दर्शाने वाली पेंटिंग्स, मसाज टेबल की तस्वीरें और वह फोटो भी शामिल थी, जिसने सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरीं। इस तस्वीर में एक फर्नीचर की दराज में रखी अन्य तस्वीरों के साथ कुछ प्रमुख हस्तियां नजर आ रही थीं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस फोटो को वेबसाइट से हटाया गया है, वह वर्ष 2000 में मार-ए-लागो में ली गई बताई जाती है। तस्वीर में Donald Trump, जेफरी एपस्टीन, Melania Trump और Ghislaine Maxwell एक साथ दिखाई दे रहे थे। बताया गया है कि यह फोटो एपस्टीन के घर में एक क्रेडेंजा की दराज में रखी हुई अन्य तस्वीरों के साथ मौजूद थी।
इन फाइलों और तस्वीरों को हटाए जाने पर DOJ की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान या सार्वजनिक नोटिस जारी नहीं किया गया है। इसी चुप्पी ने अटकलों को और हवा दे दी है। सोशल मीडिया पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इतनी अहम सामग्री क्यों हटाई गई और क्या इसके पीछे किसी तरह का दबाव या राजनीतिक कारण है।
मामले पर House Oversight Committee के डेमोक्रेट सदस्यों ने भी आपत्ति जताई है। उन्होंने X पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर ऐसी तस्वीरें हटाई गई हैं, तो यह जानना जरूरी है कि और कौन-सी जानकारियां जनता से छिपाई जा रही हैं। उनका कहना है कि अमेरिकी जनता को इस मामले में पूरी पारदर्शिता मिलनी चाहिए।
दिलचस्प बात यह है कि DOJ द्वारा जारी किए गए हजारों पन्नों के दस्तावेजों में कई हाई-प्रोफाइल नामों का जिक्र बार-बार सामने आता है। इनमें पूर्व राष्ट्रपति Bill Clinton का नाम प्रमुखता से दर्ज है, जबकि डोनाल्ड ट्रंप का नाम लगभग न के बराबर दिखाई देता है। यह तब है, जब एपस्टीन और ट्रंप के पुराने सामाजिक संबंध पहले से सार्वजनिक रिकॉर्ड में मौजूद रहे हैं। ट्रंप लगातार एपस्टीन की आपराधिक गतिविधियों से किसी भी तरह के जुड़ाव से इनकार करते रहे हैं और अब तक इस मामले में उनके खिलाफ कोई औपचारिक आरोप भी तय नहीं हुए हैं।
हालांकि हजारों तस्वीरें और दस्तावेज सार्वजनिक किए गए हैं, फिर भी कई अहम रिकॉर्ड अब भी सामने नहीं आए हैं। एपस्टीन के पीड़ितों के FBI इंटरव्यू, चार्जिंग फैसलों से जुड़े आंतरिक मेमो और करीब 119 पेज का ग्रैंड जूरी दस्तावेज या तो पूरी तरह गायब बताए जा रहे हैं या फिर भारी रेडैक्शन के साथ पेश किए गए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि एपस्टीन से जुड़े लाखों पन्नों के रिकॉर्ड अब भी सार्वजनिक होने बाकी हैं, जिससे उसके प्रभावशाली नेटवर्क और उसे रोकने में नाकाम रहे सिस्टम की पूरी तस्वीर अब तक अधूरी है।
कांग्रेस द्वारा तय समय-सीमा के बावजूद सभी दस्तावेज जारी न होने से पीड़ितों और पारदर्शिता की मांग करने वाले सांसदों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। DOJ का कहना है कि पीड़ितों की गोपनीयता की रक्षा के लिए दस्तावेजों को चरणबद्ध तरीके से सार्वजनिक किया जा रहा है, लेकिन दोनों दलों के विधेयक प्रायोजकों Ro Khanna और Thomas Massie ने देरी और रेडैक्शन को लेकर तीखी आलोचना की है।
कुल मिलाकर, जेफरी एपस्टीन से जुड़े दस्तावेजों की यह रिलीज अब भी उसके पूरे नेटवर्क और अमेरिकी तंत्र की विफलताओं की सच्चाई को सामने लाने से काफी दूर नजर आती है। सबसे बड़ा सवाल यही बना हुआ है कि आखिर क्या-क्या छिपाया जा रहा है और अमेरिकी जनता को पूरा सच कब सामने आएगा।