छत्तीसगढ़ का पहाड़ी अंचल सरगुजा इन दिनों भीषण शीतलहर की गिरफ्त में है। कड़ाके की ठंड ने जिले में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। ठंड का सबसे तीखा असर प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मैनपाट में देखने को मिल रहा है, जहां पहाड़ियों पर बर्फ की पतली परत जम गई है और न्यूनतम तापमान लुढ़ककर महज एक डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।
सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने से सड़कों पर दृश्यता बेहद कम हो जा रही है। इसका सीधा असर यातायात पर पड़ रहा है और वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ठंड की तीव्रता के चलते लोग घरों से निकलते समय गर्म कपड़ों में पूरी तरह लिपटे नजर आ रहे हैं, वहीं कई इलाकों में अलाव का सहारा लेकर लोग खुद को ठंड से बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए जिला प्रशासन ने येलो अलर्ट जारी किया है और नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है। खासतौर पर बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। विभाग का अनुमान है कि आने वाले दिनों में शीतलहर का असर और तेज हो सकता है, जिससे ठंड में और इजाफा होने की संभावना बनी हुई है।