सर्दियों में गीज़र घर की सबसे जरूरी जरूरतों में शामिल हो जाता है। ठंडे पानी से राहत देने वाला यही गीज़र अगर ज्यादा पुराना हो जाए, तो आराम के बजाय जोखिम बन सकता है। अक्सर लोग छोटी-छोटी खराबियों को नजरअंदाज करते रहते हैं, लेकिन यही लापरवाही आगे चलकर बिजली के झटके, लीकेज या टैंक फटने जैसे गंभीर हादसों की वजह बन सकती है। अगर आपका गीज़र कई साल पुराना है और हाल के दिनों में उसका व्यवहार बदला-बदला सा लग रहा है, तो सतर्क हो जाना बेहद जरूरी है।
पुराने गीज़र का पहला संकेत तब मिलता है, जब वह पानी ठीक से गर्म नहीं करता। ऑन रहने के बावजूद अगर पानी सिर्फ हल्का गुनगुना रहता है या कभी ठंडा तो कभी बहुत ज्यादा गर्म हो जाता है, तो यह हीटिंग एलिमेंट के खराब होने का इशारा हो सकता है। ऐसी समस्या बार-बार सामने आए, तो यह समझ लेना चाहिए कि गीज़र अपनी क्षमता खो रहा है।
कई बार गीज़र से अजीब आवाजें आने लगती हैं। सीटी जैसी आवाज, खड़खड़ाहट या तेज शोर इस बात का संकेत होता है कि टैंक के अंदर स्केलिंग या गंदगी जम चुकी है। लंबे समय तक इस स्थिति को अनदेखा करने से टैंक पर दबाव बढ़ता है, जिससे फटने का खतरा भी हो सकता है।
अगर गीज़र से निकलने वाले पानी का रंग बदल जाए और वह पीला, भूरा या बदबूदार लगे, तो यह अंदर जंग लगने का साफ संकेत है। ऐसा पानी न सिर्फ नहाने के लिए खराब होता है, बल्कि सेहत के लिए भी नुकसानदायक हो सकता है। यह स्थिति आमतौर पर तब आती है, जब गीज़र अपनी उम्र पूरी करने की कगार पर होता है।
पुराना गीज़र बिजली की खपत भी ज्यादा करने लगता है। अगर आपकी दिनचर्या और इस्तेमाल वही है, लेकिन फिर भी बिजली का बिल अचानक बढ़ गया है, तो गीज़र इसकी बड़ी वजह हो सकता है। खराब हीटिंग सिस्टम ज्यादा देर तक चलता है और ज्यादा एनर्जी खींचता है।
गीज़र के नीचे से पानी टपकना या दीवार पर सीलन दिखना एक गंभीर चेतावनी है। यह टैंक में क्रैक, प्रेशर वाल्व की खराबी या अंदरूनी लीकेज का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति को टालना खतरनाक साबित हो सकता है, क्योंकि इससे शॉर्ट सर्किट या बड़ा नुकसान होने की आशंका रहती है।
अगर आपको बार-बार गीज़र की मरम्मत करानी पड़ रही है, तो यह भी साफ संकेत है कि अब उसे बदलने का समय आ गया है। हर कुछ महीनों में रिपेयर न सिर्फ परेशान करती है, बल्कि खर्च भी बढ़ाती है और फिर भी पूरी सुरक्षा की गारंटी नहीं देती।
आमतौर पर गीज़र की उम्र आठ से दस साल मानी जाती है। इसके बाद उसकी सेफ्टी और एफिशिएंसी धीरे-धीरे कम होने लगती है। ऐसे में नया गीज़र लेना ज्यादा सुरक्षित और समझदारी भरा फैसला होता है। नए गीज़र बेहतर तकनीक के साथ आते हैं, कम बिजली खर्च करते हैं और हादसों का खतरा भी काफी हद तक कम कर देते हैं। सर्दियों में राहत के लिए गीज़र जरूरी है, लेकिन सुरक्षा उससे भी ज्यादा जरूरी—इस बात को कभी नजरअंदाज न करें।