Epstein Files Controversy: अमेरिका में कुख्यात फाइनेंसर जेफ्री एपस्टीन से जुड़ी फाइलों को लेकर विवाद एक बार फिर तेज हो गया है। हाल ही में सार्वजनिक की गई एपस्टीन फाइल्स में शामिल पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की एक तस्वीर पहले हटा दी गई थी, जिसे अब दोबारा अपलोड कर दिया गया है। तस्वीर हटाए जाने के बाद सोशल मीडिया और राजनीतिक हलकों में सवाल उठने लगे थे, जिसके बाद United States Department of Justice को पूरे मामले पर सफाई देनी पड़ी।
जिस तस्वीर को लेकर विवाद खड़ा हुआ, वह एक दस्तावेज का हिस्सा थी, जिसमें एपस्टीन के घर में रखे एक डेस्क या क्रेडेंजा पर कई तस्वीरें दिखाई देती हैं। इनमें दो तस्वीरों में ट्रंप नजर आते हैं। एक तस्वीर में वे महिलाओं के एक समूह के साथ दिखाई देते हैं, जबकि दूसरी तस्वीर में ट्रंप अपनी पत्नी मेलानिया ट्रंप, जेफ्री एपस्टीन और उसकी सहयोगी गिसलेन मैक्सवेल के साथ खड़े नजर आते हैं। इसी दस्तावेज में पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और पोप जॉन पॉल द्वितीय के साथ एपस्टीन की तस्वीरें भी शामिल थीं।
दरअसल 19 दिसंबर 2025 को अमेरिकी न्याय विभाग ने एपस्टीन से जुड़े हजारों दस्तावेज सार्वजनिक किए थे। इनमें तस्वीरें, इंटरव्यू ट्रांसक्रिप्ट और जांच से जुड़ी अन्य सामग्री शामिल थी। कुछ ही समय बाद वेबसाइट से करीब 15–16 तस्वीरें अस्थायी रूप से हटा दी गईं। इन्हीं में वह चर्चित तस्वीर भी थी, जिसमें ट्रंप, मेलानिया ट्रंप, एपस्टीन और गिसलेन मैक्सवेल एक साथ दिखाई देते हैं।
न्याय विभाग के मुताबिक, न्यूयॉर्क के साउदर्न डिस्ट्रिक्ट स्थित यूएस अटॉर्नी ऑफिस ने इन तस्वीरों को अतिरिक्त समीक्षा के लिए चिन्हित किया था। विभाग का कहना है कि आशंका थी कहीं इन तस्वीरों से एपस्टीन के पीड़ितों की पहचान उजागर न हो जाए। इसी वजह से अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए तस्वीरों को अस्थायी तौर पर हटाया गया। समीक्षा पूरी होने के बाद यह साफ हो गया कि तस्वीर में किसी भी पीड़ित की पहचान नहीं हो रही है, जिसके बाद फोटो को बिना किसी बदलाव या ब्लर के दोबारा जारी कर दिया गया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, एपस्टीन से जुड़ी इस हालिया रिलीज में सिर्फ तस्वीरें ही नहीं, बल्कि करीब 16 अन्य फाइलें भी अस्थायी रूप से हटाई गई थीं। इनमें आर्टवर्क, टाइल लगे गलियारों की तस्वीरें, लिफाफों से भरे मेल स्लॉट, नामों और अपार्टमेंट नंबरों की एक नोटबुक जैसी गैर-ग्राफिक सामग्री भी शामिल थी। इन फाइलों को हटाए जाने को लेकर भी कई सवाल उठाए जा रहे हैं।
इस पूरे मामले पर डेमोक्रेट और रिपब्लिकन, दोनों दलों के नेताओं ने चिंता जताई है। डेमोक्रेट सांसदों का आरोप है कि राजनीतिक रूप से संवेदनशील जानकारियों को जानबूझकर दबाया जा रहा है। वहीं रिपब्लिकन सांसदों का कहना है कि सभी संबंधित दस्तावेज पूरी पारदर्शिता के साथ सार्वजनिक नहीं किए जा रहे। जवाब में न्याय विभाग ने दोहराया है कि किसी भी तरह का रेडैक्शन केवल कानूनी बाध्यताओं और पीड़ितों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर किया जा रहा है।
न्याय विभाग का कहना है कि संघीय अदालतों की अनुमति के बाद ही ये दस्तावेज सार्वजनिक किए गए हैं, जिनमें एपस्टीन और गिसलेन मैक्सवेल से जुड़े ग्रैंड जूरी रिकॉर्ड्स भी शामिल हैं। शुरुआती मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फाइलों में ट्रंप का नाम सीमित रूप से ही सामने आया है, लेकिन एपस्टीन के साथ उनकी पुरानी जान-पहचान एक बार फिर सार्वजनिक बहस का विषय बन गई है।