स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने 18 दिसंबर 2025 को कोलकाता में ‘सेल वैल्यू चेन पार्टनर्स मीट 2025–26’ का आयोजन किया। इस महत्वपूर्ण आयोजन का उद्देश्य सेल की आपूर्ति श्रृंखला से जुड़े प्रमुख भागीदारों को एक मंच पर लाकर सतत एवं जिम्मेदार व्यावसायिक प्रथाओं की दिशा में सहयोग को और सुदृढ़ करना था।
इस अवसर पर भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन), श्री ए. के. चक्रवर्ती; दुर्गापुर इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) श्री बी. एस. पोपली; बोकारो इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) श्री सी. आर. मिश्रा; कोलकाता के कार्यपालक निदेशक (ईएमडी) श्री देबब्रत दत्ता; तथा राउरकेला इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) श्री अनिल कुमार उपस्थित रहे।
इस वैल्यू चेन मीट में 100 से अधिक उच्च-मूल्य वाले वैल्यू चेन पार्टनर्स ने भाग लिया। साथ ही सेल की विभिन्न इकाइयों के सामग्री प्रबंधन विभाग के लगभग 50 अधिकारी, जिनमें सेल रिफ्रैक्ट्री यूनिट (एसआरयू), पर्यावरण प्रबंधन प्रभाग (ईएमडी) तथा केंद्रीय विपणन संगठन (सीएमओ) के प्रतिनिधि भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
बैठक का प्रमुख उद्देश्य सेल के वैल्यू चेन पार्टनर्स को बिज़नेस रिस्पॉन्सिबिलिटी एंड सस्टेनेबिलिटी रिपोर्टिंग (बीआरएसआर), सस्टेनेबिलिटी डिस्क्लोज़र्स, नैतिक सोर्सिंग प्रथाओं तथा सप्लायर कोड ऑफ कंडक्ट के विषय में जागरूक करना था, जो सेबी के दिशा – निर्देशों तथा ईएसजी-आधारित विकास के प्रति सेल की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।
कार्यक्रम का शुभारंभ पौधारोपण के साथ किया गया, जो पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति सेल की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। इस अवसर पर निदेशक प्रभारी (राउरकेला इस्पात संयंत्र) श्री आलोक वर्मा ने वीडियो संदेश के माध्यम से प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि स्थिरता पूरी वैल्यू चेन की साझा जिम्मेदारी है तथा दीर्घकालिक पर्यावरणीय और सामाजिक लक्ष्यों की प्राप्ति में भागीदारों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन), श्री ए. के. चक्रवर्ती ने स्थिरता, जिम्मेदार खरीद, नैतिक व्यावसायिक प्रथाओं तथा बदलते नियामक एवं व्यावसायिक परिवेश में वैल्यू चेन पार्टनर्स से अपेक्षाओं पर विस्तृत विचार साझा किए।
कार्यक्रम के प्रारंभ में स्वागत उद्बोधन राउरकेला इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) श्री अनिल कुमार ने दिया, जबकि कोलकाता के कार्यपालक निदेशक (ईएमडी) श्री देबब्रत दत्ता ने कार्यक्रम की भूमिका प्रस्तुत की। दुर्गापुर इस्पात संयंत्र कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन), श्री बी. एस. पोपली ने की-नोट वक्तव्य दिया।
सस्टेनेबिलिटी पहलों, मानव संसाधन मानदंडों एवं सप्लायर कोड ऑफ कंडक्ट पर प्रस्तुतियाँ क्रमशः कोलकाता के महाप्रबंधक (ईएमडी) सुश्री राखी सेन; कॉर्पोरेट कार्यालय के मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) श्री हरि मोहन झा; तथा महाप्रबंधक (ईएमडी) सुश्री अजन्ता सेनगुप्ता द्वारा दी गईं। इन सत्रों में अनुपालन आवश्यकताओं, रिपोर्टिंग फ्रेमवर्क तथा सतत वैल्यू चेन प्रबंधन की सर्वोत्तम प्रथाओं पर विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।
प्रस्तुतियों के उपरांत एक ओपन हाउस चर्चा आयोजित की गई, जिसमें वैल्यू चेन पार्टनर्स ने सक्रिय रूप से भाग लेते हुए अपने विचार, सुझाव एवं चिंताएँ साझा कीं, जिससे विचारों का रचनात्मक एवं संवादात्मक आदान-प्रदान हुआ।
कार्यक्रम के दौरान सेल की सस्टेनेबिलिटी एवं सीएसआर यात्रा पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया, जिसमें पर्यावरण संरक्षण, सामुदायिक विकास एवं समावेशी विकास की दिशा में संगठन की पहलों को रेखांकित किया गया।
कार्यक्रम के समापन पर धन्यवाद ज्ञापन राउरकेला इस्पात संयंत्र के मुख्य महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन) श्री टी. विनोद ने दिया, जिसमें उन्होंने सभी प्रतिभागियों की गरिमामयी उपस्थिति के लिए आभार व्यक्त करते हुए सतत भविष्य के लिए साझेदारियों को और मजबूत करने के प्रति सेल की प्रतिबद्धता को दोहराया, व विशेष रूप से राउरकेला इस्पात संयंत्र की कोर कमेटी टीम का पूरे आयोजन के सफल समन्वय हेतु धन्यवाद किया।