उन्होंने बताया कि पहला वर्ष ‘विश्वास वर्ष’ के रूप में समर्पित रहा, जिसमें पारदर्शिता, संवाद और जवाबदेही के जरिए शासन और जनता के बीच भरोसे की नींव मजबूत की गई। सरकार का उद्देश्य शुरुआत से ही जनता के विश्वास को लौटाना और उसे स्थायी बनाना रहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सेवा का दूसरा वर्ष भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित ‘अटल निर्माण वर्ष’ के रूप में मनाया गया। इस दौरान आधारभूत ढांचे के विस्तार, सामाजिक विकास से जुड़े फैसलों और जनकल्याणकारी कार्यों को तेज़ी से धरातल पर उतारा गया। इन पहलों का विस्तृत रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने रखा गया, जिसे उन्होंने सरकार की पारदर्शी कार्यशैली का प्रमाण बताया।
आगे की दिशा बताते हुए सीएम साय ने नए संकल्प की घोषणा की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की असली ताकत उसकी मातृशक्ति है और माताओं-बहनों के स्नेह, आशीर्वाद व समर्थन से ही शासन को काम करने की ऊर्जा मिलती है। इसी भावना के साथ राज्य सरकार ने आगामी वर्ष को ‘महतारी गौरव वर्ष’ घोषित किया है। यह वर्ष महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन, सामाजिक गरिमा और नेतृत्व को केंद्र में रखकर योजनाओं को नई दिशा देगा, ताकि समरस और विकसित छत्तीसगढ़ की मजबूत नींव रखी जा सके।
मुख्यमंत्री ने जांजगीर में आयोजित ऐतिहासिक जनादेश परब में मिले अपार जनसमर्थन के लिए भी प्रदेशवासियों का धन्यवाद किया। उन्होंने जनसभा में उपस्थित केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा के प्रेरक संबोधन का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार हुआ। सीएम साय के मुताबिक, विशाल जनसहभागिता लोकतंत्र में जनता के अटूट विश्वास और सरकार की नीतियों को मिली मजबूत स्वीकृति का स्पष्ट संकेत है।