कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट में मजबूत पकड़ बना चुकी Nissan की पॉपुलर एसयूवी Nissan Magnite को खरीदने की योजना बना रहे ग्राहकों के लिए नए साल से पहले एक अहम अपडेट सामने आ रहा है। बाजार से आ रही रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी 1 जनवरी 2026 से मैग्नाइट की कीमतों में बढ़ोतरी कर सकती है। हालांकि, इस पर अभी तक निसान की ओर से कोई आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन संकेत साफ हैं कि नए साल के साथ यह एसयूवी महंगी हो सकती है।
जानकारी के अनुसार कीमतों में करीब 3 फीसदी तक की बढ़ोतरी की जा सकती है। यह इजाफा सभी वेरिएंट्स पर एकसमान न होकर अलग-अलग हो सकता है, जिससे एंट्री-लेवल से लेकर टॉप वेरिएंट तक दामों में फर्क देखने को मिलेगा। मौजूदा समय में मैग्नाइट की एक्स-शोरूम शुरुआती कीमत ₹5.61 लाख है, जबकि टॉप वेरिएंट ₹9.64 लाख तक जाता है। वहीं, इसका खास Nissan Magnite Kuro Edition ₹7.59 लाख से ₹9.94 लाख (एक्स-शोरूम) की रेंज में उपलब्ध है।
कीमत बढ़ाने के पीछे सबसे बड़ी वजह इनपुट कॉस्ट में बढ़ोतरी बताई जा रही है। कच्चे माल, मैन्युफैक्चरिंग और लॉजिस्टिक्स की लागत में लगातार इजाफा हो रहा है, जिसका असर अब कंपनियां ग्राहकों तक ट्रांसफर करने की तैयारी में हैं। इसी वजह से निसान भी नए साल से मैग्नाइट के दाम बढ़ाने पर विचार कर रही है।
फीचर्स के मामले में निसान मैग्नाइट पहले से ही सेगमेंट में मजबूत दावेदारी पेश करती है। इसमें की-लेस एंट्री, LED टेललैंप, 16-इंच अलॉय व्हील्स, रूफ रेल, LED टर्न इंडिकेटर्स, 17.78 सेमी टचस्क्रीन, क्रूज कंट्रोल, एंबिएंट लाइटिंग, एंड्रॉयड ऑटो और एपल कारप्ले सपोर्ट, PM 2.5 एयर फिल्टर, 8-इंच इंफोटेनमेंट सिस्टम और ऑटो-डिमिंग IRVM जैसे फीचर्स मिलते हैं, जो इसे वैल्यू-फॉर-मनी पैकेज बनाते हैं।
इंजन ऑप्शंस की बात करें तो मैग्नाइट में 1.0-लीटर नेचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल और 1.0-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन का विकल्प मिलता है। ये इंजन 72 PS और 100 PS की पावर के साथ क्रमशः 96 Nm और 160 Nm का टॉर्क जनरेट करते हैं। ट्रांसमिशन के लिए 5-स्पीड मैनुअल, 5-स्पीड AMT और CVT गियरबॉक्स के ऑप्शन दिए गए हैं, जिससे अलग-अलग तरह के ग्राहकों की जरूरतें पूरी होती हैं।
भारतीय बाजार में निसान मैग्नाइट का मुकाबला Renault Kiger, Tata Nexon, Maruti Brezza, Kia Sonet और Mahindra XUV 3XO जैसी लोकप्रिय एसयूवी से होता है। ऐसे में अगर आप मैग्नाइट खरीदने की सोच रहे हैं, तो कीमत बढ़ने से पहले फैसला करना जेब पर थोड़ा हल्का पड़ सकता है।