माइक्रोसॉफ्ट के एग्जीक्यूटिव डी टेम्पलटन को चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी OpenAI के बोर्ड में शामिल किया गया है। डी टेम्पलटन को ऑब्जर्वर (पर्यवेक्षक) के रूप में बोर्ड में जगह दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्होंने OpenAI बोर्ड की बैठकों में भाग लेना शुरू कर दिया है। डी टेम्पलटन 25 साल से माइक्रोसॉफ्ट से जुड़े हुए हैं। इस समय वे कंपनी में टेक्नोलॉजी और रिसर्च पार्टनर और ऑपरेशन के वाइस प्रेसिडेंट के पद पर काम कर रहे हैं।
OpenAI पिछले साल नवंबर में सुर्खियों में आ गई थी जब कंपनी के CEO सैम आल्टमैन को बोर्ड से निकाल दिया गया था। हालांकि जब इसके 700 से अधिक एंप्लॉयीज ने कंपनी छोड़ने की धमकी दी और छोड़कर सैम के साथ माइक्रोसॉफ्ट ज्वाइन करने की धमकी दी तो कुछ दिनों में ही सैम की वापसी हो गई थी। अपनी पोजिशन में लौटकर सैम आल्टमैन ने कहा था कि माइक्रोसॉफ्ट को OpenAI के बोर्ड में एक नॉन-वोटिंग, ऑब्जर्वर पोजिशन दी जाएगी।
टेम्पलटन को रहेगी कॉन्फिडेंशियल मामलों की जानकारी
ऑब्जर्वर के रूप में बोर्ड में शामिल किए जाने का अर्थ है कि डी टेम्पलटन OpenAI की बोर्ड बैठकों में भाग ले सकेंगे। इसके अलावा उन्हें कॉन्फिडेंशियल मामलों की भी जानकारी रहेगी। हालांकि माइक्रोसॉफ्ट के पास डायरेक्टर्स (निदेशकों) को चुनने या अन्य मामलों पर मतदान का अधिकार नहीं होगा।
अभी बोर्ड में कुल 5 मेंबर्स
कंपनी के बोर्ड में फाउंडर और CEO सैम ऑल्टमैन और प्रेसिडेंट ग्रैग ब्रॉकमैन के अलावा इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स एडम डी’एंजेलो, ब्रेट टेलर और लैरी समर्स हैं। बीते दिनों ही कंपनी के नए बोर्ड को बनाया गया है।पिछले बोर्ड में सैम ऑल्टमैन और ग्रैग ब्रॉकमैन के अलावा 4 मेंबर थे। हेलेन टोनर, ताशा मैकौली, इल्या सुतस्केवर और एडम डी’एंजेलो। इस बोर्ड ने सैम ऑल्टमैन को कंपनी से निकाल दिया था। ग्रैग ब्रॉकमैन को भी बोर्ड से हटा दिया था। हालांकि, कर्मचारियों और इन्वेस्टर्स के दबाव में सैम ऑल्टमैन की वापसी हुई और पुराने बोर्ड के तीन मेंबर्स हेलेन टोनर, ताशा मैकौली और इल्या सुतस्केवर को हटाकर नया बोर्ड बनाया गया था।
2022 में ChatGPT को पब्लिकली अनवील किया था
OpenAI ने नवंबर 2022 में दुनिया के लिए ChatGPT अनवील किया था। इस AI टूल ने तेजी से लोकप्रियता हासिल की है। म्यूजिक और पोएट्री लिखने से लेकर निबंध लिखने तक, ChatGPT बहुत सारे काम कर सकता है। यह एक कन्वर्सेशनल AI है। एक ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जो आपको इंसानों की तरह जवाब देता है।OpenAI में माइक्रोसॉफ्ट जैसी बिग टेक कंपनी ने 30 बिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश कर रखा है। कंपनी ने अपने सर्च इंजन ‘बिंग’ में भी ChatGPT को इंटीग्रेट किया है।और भी कई कंपनियां ChatGPT का इस्तेमाल करने के लिए आतुर हैं। ऐसे में AI बेस्ड इस चैटबॉट का इस्तेमाल आने वाले दिनों में कहीं ज्यादा फैलने की उम्मीद है।आलोचकों का कहना है कि AI का बढ़ता इस्तेमाल लोगों के लिए मुश्किलें पैदा करेगा। नौकरियां खत्म होंगी, लोगों की इस पर निर्भरता बढ़ती जाएगी और शायद एक दिन ऐसा भी आए कि इंसान सोचने का काम पूरी तरह AI पर छोड़ दे।सैम ऑल्टमैन इस खतरे को नकारते नहीं हैं। हालांकि, वो कहते हैं कि इंसानी दिमाग की जरूरत ही न पड़े ऐसी दुनिया की कल्पना मुश्किल है।
चैटजीपीटी के वर्तमान में 10 करोड़ यूजर्स
टाइम मैगजीन ने बताया कि चैटजीपीटी के नवंबर 2022 में लॉन्च होने के 5 दिनों के अंदर 10 लाख से ज्यादा यूजर्स हो गए थे। वर्तमान में इसके 10 करोड़ से ज्यादा यूजर हो गए हैं, जो एक बेंचमार्क है। जिसे फेसबुक 4.5 साल में हासिल कर पाया था।ओपन-AI ने 2022 में 28 मिलियन डॉलर का रेवेन्यू दर्ज किया था, लेकिन 2023 में यह बढ़कर 100 मिलियन डॉलर प्रति माह हो गया। जब कई टेक कंपनियां अपने कर्मचारियों को निकाल रही थीं, तब ओपन-AI ने भर्ती की होड़ शुरू कर दी थी।
ओपन-AI के CEO बने ‘CEO ऑफ द ईयर 2023’
ओपन-AI के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) सैम ऑल्टमैन को टाइम मैगजीन ने ‘CEO ऑफ द ईयर 2023’ चुना गया। सैम ऑल्टमैन को टेक इंडस्ट्री में उनके योगदान के लिए यह अवॉर्ड दिया गया। सैम के अलावा टाइम मैगजीन ने टेलर स्विफ्ट को ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ और लियोनेल मेसी को ‘एथलीट ऑफ द ईयर’ घोषित किया गया था।