छत्तीसगढ़ के भिलाई में रईसी के घमंड का एक शर्मनाक चेहरा सामने आया है। 26 दिसंबर की शाम अग्रसेन चौक के पास ऑडी कार सवार युवकों ने 11वीं के एक छात्र और उसके बड़े भाई को सिर्फ इस बात पर बेरहमी से पीट दिया कि वे उनकी कार को देख रहे थे। पीड़ित छात्र अपने परिवार के साथ दुर्ग में आयोजित पं. धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनकर लौट रहा था, तभी यह घटना हुई।
पीड़ित छात्र, जो शंकर नगर का निवासी है, ने पुलिस को बताया कि वह हुडको स्थित एक निजी स्कूल में कक्षा 11वीं का छात्र है। कथा समाप्त होने के बाद वह अपने भाई रुद्रा प्रताप सिंह चौहान, बुआ भारती सिंह चौहान और दादी कमला सिंह परिहार के साथ स्कूटी से घर लौट रहा था। रास्ते में अग्रसेन चौक के पास कैफिनो के पास चिप्स लेने के लिए वह और उसका भाई रुके, जबकि बुआ और दादी आगे निकल गईं।
करीब शाम 7.15 बजे वहां एक ऑडी कार आकर रुकी। कार से उतरे दो युवकों ने छात्र और उसके भाई से सवाल किया कि वे उनकी कार को क्यों घूर रहे हैं। इसी बात पर दोनों युवकों ने गाली-गलौज करते हुए अचानक मारपीट शुरू कर दी। बीच-बचाव करने पर बड़े भाई रुद्रा प्रताप सिंह को भी नहीं छोड़ा गया। हमले में छात्र की बाईं आंख के पास चोट आई, जबकि उसके भाई के सिर के पीछे गंभीर चोट लगी है।
मारपीट के बाद आरोपी युवक कार में बैठकर मौके से फरार हो गए। घायल छात्र और उसके भाई ने तुरंत परिवार को सूचना दी, जिसके बाद सभी सुपेला थाना पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने ऑडी कार के नंबर के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
यह घटना सिर्फ एक सड़क विवाद नहीं, बल्कि समाज में बढ़ते अहंकार और कानून के डर के खत्म होते जाने की गंभीर तस्वीर पेश करती है। सवाल यही है कि क्या महंगी कार और रुतबा किसी को दूसरों पर हाथ उठाने का अधिकार दे देता है, और क्या ऐसे मामलों में त्वरित और सख्त कार्रवाई ही आगे के लिए सबक बन पाएगी।