भिलाई इस्पात संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस–8 ने सेल के बड़े ब्लास्ट फर्नेसों में रचा नया कीर्तिमान

Spread the love

सेल–भिलाई इस्पात संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस–8  ने 26 दिसंबर, 2025 को एक  दिन में 10,620 टन हॉट मेटल का रिकॉर्ड उत्पादन कर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। इसके साथ ही ब्लास्ट फर्नेस–8 ने राउरकेला इस्पात संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस–5 द्वारा स्थापित 10,517 टन के पूर्व रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है। उल्लेखनीय है कि ब्लास्ट फर्नेस–8 का इससे पूर्व का सर्वश्रेष्ठ एक-दिवसीय उत्पादन 25 दिसंबर 2025 को 10,020 टन दर्ज किया गया था।

इस उल्लेखनीय प्रदर्शन के साथ बीएफ–8, 3000 मीटर क्यूब से अधिक वर्किंग वॉल्यूम श्रेणी के बड़े ब्लास्ट फर्नेसों में, देश का एकमात्र ऐसा ब्लास्ट फर्नेस बन गया है जिसने 3.08 टन प्रति मीटर क्यूब प्रति दिन की बेंचमार्क उत्पादकता हासिल की है। यह उपलब्धि उस स्थिति में प्राप्त की गई है जब फर्नेस अत्यंत उच्च स्लैग दर (500 किलोग्राम प्रति टन हॉट मेटल से अधिक) पर परिचालित किया जा रहा था, जो इस प्रदर्शन को और भी अधिक उल्लेखनीय बनाती है।

इस ऐतिहासिक उपलब्धि के उपलक्ष्य में निदेशक प्रभारी, भिलाई इस्पात संयंत्र श्री चित्तरंजन महापात्र ने ब्लास्ट फर्नेस–8 का दौरा कर वहां कार्यरत टीम को प्रत्यक्ष रूप से बधाई दी। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) श्री अजय कुमार चक्रवर्ती, कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) श्री पवन कुमार, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) श्री पी. के. सरकार, कार्यपालक निदेशक (सीएमएलओ- माइन्स) श्री कमल भास्कर, कार्यपालक निदेशक (सीएमएलओ- रावघाट) श्री अरुण कुमार तथा कार्यकारी कार्यपालक निदेशक (संकार्य) श्री तापस दासगुप्ता सहित संयंत्र के अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

अपने संबोधन में निदेशक प्रभारी श्री चित्तरंजन महापात्र ने कहा कि यह उत्कृष्ट उपलब्धि विभिन्न विभागों एवं अनुभागों के सामूहिक और समन्वित प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने कोक ओवन, सिंटर प्लांट, ओएचपी, आरएमडी, ऑक्सीजन प्लांट, इंस्ट्रूमेंटेशन, पीबीएस, आरसीएल, एसएमएस, टी एंड डी, आरईडी सहित सभी सहयोगी विभागों की भूमिका की सराहना करते हुए समस्त कर्मियों को इस ऐतिहासिक सफलता के लिए बधाई दी।

यह सफलता ब्लास्ट फर्नेस–7 के शटडाउन के दौरान 7 प्रतिशत तक बढ़ाई गई ऑक्सीजन एनरिचमेंट, लगभग 26 प्रतिशत पैलेट्स के साथ बर्डन डिस्ट्रीब्यूशन के बेहतर अनुकूलन तथा प्रतिदिन 37 घंटे से अधिक के दीर्घकालिक टैपिंग संचालन के माध्यम से संभव हो सकी। यह उपलब्धि ब्लास्ट फर्नेस–8 कलेक्टिव के साथ-साथ भिलाई इस्पात संयंत्र के सभी संबद्ध विभागों के उत्कृष्ट समन्वय, तकनीकी दक्षता, प्रतिबद्धता और सामूहिक प्रयासों का सशक्त प्रमाण है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *