नई दिल्ली। रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा की चिंता हर किसी को सताती है। नौकरी के दौरान नियमित सैलरी जीवन को स्थिर बनाए रखती है, लेकिन जैसे ही कामकाजी दौर खत्म होता है, आय का भरोसेमंद स्रोत भी थम जाता है। ऐसे में अगर समय रहते सही योजना नहीं चुनी गई, तो बुढ़ापे में वित्तीय दबाव बढ़ सकता है। इसी जरूरत को ध्यान में रखते हुए Life Insurance Corporation of India की न्यू जीवन शांति योजना को एक मजबूत और भरोसेमंद विकल्प माना जाता है, जो रिटायरमेंट के बाद निश्चित और नियमित पेंशन का आश्वासन देती है।
न्यू जीवन शांति एक सिंगल प्रीमियम, नॉन-पार्टिसिपेटिंग डिफर्ड एन्युटी प्लान है, यानी इसमें एकमुश्त निवेश किया जाता है और भविष्य में तय पेंशन मिलती है। इस स्कीम की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें मिलने वाली पेंशन बाजार के उतार-चढ़ाव से प्रभावित नहीं होती, जिससे रिटायरमेंट के बाद आय पूरी तरह स्थिर रहती है। 30 से 79 वर्ष की आयु के लोग इसमें निवेश कर सकते हैं, इसलिए यह नौकरीपेशा युवाओं से लेकर रिटायरमेंट के करीब पहुंच चुके लोगों—दोनों के लिए उपयोगी बन जाती है।
योजना में पांच साल का लॉक-इन पीरियड रखा गया है। इसका मतलब यह है कि निवेश के पहले पांच वर्षों तक पेंशन नहीं मिलेगी, लेकिन जैसे ही यह अवधि पूरी होती है, पॉलिसीधारक को नियमित पेंशन मिलनी शुरू हो जाती है। न्यूनतम निवेश ₹1.50 लाख से शुरू होता है और अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है। यानी जितनी ज्यादा राशि आप एकमुश्त लगाते हैं, उतनी ही ज्यादा पेंशन भविष्य में तय हो जाती है। पेंशन लेने के विकल्प भी लचीले हैं—मासिक, तिमाही, छमाही या वार्षिक—जो आपकी जरूरत और सुविधा के अनुसार चुने जा सकते हैं।
उदाहरण के तौर पर, यदि कोई व्यक्ति करीब ₹11 लाख का एकमुश्त निवेश करता है, तो लॉक-इन अवधि के बाद उसे हर साल लगभग ₹1 लाख की पेंशन मिलनी शुरू हो सकती है। यह तय आय रिटायरमेंट के बाद रोजमर्रा के खर्च, दवाइयों और अन्य जरूरतों को बिना किसी तनाव के संभालने में मदद करती है। सुरक्षा के लिहाज से भी यह योजना मजबूत है। पॉलिसीधारक के निधन की स्थिति में निवेश की गई राशि या तय लाभ नामिनी को दे दिए जाते हैं, जिससे परिवार की आर्थिक सुरक्षा भी बनी रहती है।
कुल मिलाकर, एलआईसी की न्यू जीवन शांति योजना उन लोगों के लिए खास है जो रिटायरमेंट के बाद जोखिम से दूर रहते हुए निश्चित और स्थिर आय चाहते हैं। सही समय पर किया गया एकमुश्त निवेश न केवल भविष्य को सुरक्षित बनाता है, बल्कि बुढ़ापे को भी सुकून और आत्मनिर्भरता के साथ जीने का भरोसा देता है।