CBSE Board Exam 2026: 3 मार्च की 10वीं-12वीं की परीक्षा टली, बोर्ड ने जारी की नई तारीखें

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केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रहे लाखों छात्रों को लेकर एक अहम सूचना जारी की है। CBSE की ओर से स्पष्ट किया गया है कि 3 मार्च 2026 को कक्षा 10वीं और 12वीं की होने वाली बोर्ड परीक्षाएं प्रशासनिक कारणों से स्थगित कर दी गई हैं। इस फैसले के बाद छात्रों और अभिभावकों के बीच असमंजस की स्थिति बन गई थी, लेकिन बोर्ड ने अब नई परीक्षा तिथियों को भी साफ कर दिया है।

बोर्ड के अनुसार, 3 मार्च को जिन विषयों की परीक्षा निर्धारित थी, उन्हें अब आगे की तारीखों में आयोजित किया जाएगा, जबकि बाकी सभी परीक्षाएं पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार ही होंगी। CBSE ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह बदलाव केवल 3 मार्च की परीक्षाओं तक सीमित है और पूरी डेटशीट में कोई अन्य संशोधन नहीं किया गया है।

संशोधित कार्यक्रम के तहत कक्षा 10वीं में 3 मार्च को होने वाली भाषा विषय की परीक्षा अब 11 मार्च 2026 को आयोजित की जाएगी। वहीं कक्षा 12वीं के छात्रों के लिए 3 मार्च को निर्धारित लीगल स्टडीज की परीक्षा को आगे बढ़ाकर 10 अप्रैल 2026 कर दिया गया है। बोर्ड का कहना है कि बदली हुई तिथियों के अनुसार एडमिट कार्ड भी समय पर जारी कर दिए जाएंगे, ताकि छात्रों को किसी तरह की परेशानी न हो।

CBSE के आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सभी स्कूल यह जानकारी छात्रों और अभिभावकों तक तुरंत पहुंचाएं, ताकि वे अपनी तैयारी उसी अनुसार कर सकें। बोर्ड ने यह भी दोहराया है कि अन्य सभी विषयों की परीक्षाएं तय शेड्यूल पर ही होंगी और उनमें किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है।

CBSE बोर्ड परीक्षा 2026 की शुरुआत 17 फरवरी 2026 से होगी। ये परीक्षाएं छात्रों के शैक्षणिक भविष्य के लिए बेहद अहम मानी जाती हैं, क्योंकि इन्हीं अंकों के आधार पर आगे की पढ़ाई और करियर की दिशा तय होती है। बोर्ड के नियमों के मुताबिक, परीक्षा में पास होने के लिए छात्रों को प्रत्येक विषय में कम से कम 33 प्रतिशत अंक लाने अनिवार्य होंगे। जिन विषयों में प्रैक्टिकल शामिल हैं, वहां थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों को मिलाकर न्यूनतम 33 प्रतिशत अंक जरूरी हैं। यदि कोई छात्र एक या दो विषयों में असफल रहता है, तो उसे कंपार्टमेंट परीक्षा में शामिल होने का अवसर भी दिया जाएगा।

कुल मिलाकर, CBSE का यह फैसला छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुए लिया गया प्रशासनिक कदम बताया जा रहा है। ऐसे में छात्रों को घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि संशोधित तारीखों को ध्यान में रखते हुए अपनी तैयारी पर फोकस बनाए रखना ही सबसे बेहतर विकल्प है।

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