भिलाई के कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी का रास्ता साफ, कोल स्कैम केस में अग्रिम जमानत खारिज…!

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छत्तीसगढ़ के भिलाई नगर के कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी का रास्ता साफ हो गया है। गिरफ्तारी से बचने के लिए उनकी अग्रिम जमानत खारिज होने के बाद ईडी कभी भी उनकी गिरफ्तारी कर सकती है। रायपुर में ईडी की विशेष अदालत में दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत ने अर्जी खारिज की। 6 जनवरी को इस मामले में जेल में बंद आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। जिसमें निलंबित IAS समीर विश्नोई, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल, शिवशंकर नाग, लक्ष्मीकांत तिवारी और दीपक टांक समेत राजेश चौधरी शामिल हैं। राज्य प्रशासनिक सेवा की निलंबित अधिकारी सौम्या चौरसिया ने मेडिकल लगाकर कोर्ट आने में असमर्थता जताई।

विधायक देवेन्द्र यादव

ED कोर्ट में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की जमानत अर्जी पर सुनवाई के दौरान उनके वकील संजय श्रीवास्तव ने कोर्ट से बताया कि जो इनकम टैक्स का मुकदमा है, वही गलत है। ED का पूरा केस इनकम टैक्स के मुकदमे पर आधारित है। जब इनकम टैक्स का मुकदमा ही गैरकानूनी है तो ED का केस भी नहीं चलना चाहिए। वकील का कहना है कि यह चीज बाद में आएगी। जमानत पर कोर्ट के फैसले के बाद कानून के जो रास्ते हैं उसमें हम आगे बढ़ेंगे। आज कोर्ट में चार अहम आवेदन पत्रों पर सुनवाई हुई है।

जिसमें प्रमुख रूप से विधायक देवेंद्र यादव की जमानत अर्जी जिस पर सुनवाई हुई। दूसरा आवेदन पत्र अरविंद सिंह का है जो शराब घोटाले में आरोपी है। उसकी तरफ से भी जमानत आवेदन आया। इसके अलावा कोल स्कैम से जुड़े जो 10 आरोपी जो जेल में है उनके भी सेक्शन-50 स्टेटमेंट को आगे बढ़ते हुए आवेदन पेश किया गया है। ED के वकील सौरभ पांडेय ने बताया कि घोटाला वैसे तो 540 करोड़ का है लेकिन अब तक 220 करोड़ का पता चला है। इसलिए आगे कुछ सवाल जवाब की परमिशन के लिए हमने अर्जी दी है। वकील सौरभ पांडेय ने बताया कि हमने एक और आवेदन पत्र डाला है, जिसमें कोर्ट से आरोपी राम गोपाल अग्रवाल के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करने की अपील की गई है।

वहीं, विधायक देवेंद्र यादव के वकील का कहना था कि जो चैट और D यादव और D नवाज का नाम आया है उसमें से यह प्रूफ नहीं होता है कि यह पैसा देवेंद्र यादव तक पहुंचा है। ना ही कोई डायरेक्टर लिंक साबित होने के सबूत हैं। उन्होंने पहले चैट का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें पैसों के लेन-देन का कोई जिक्र नहीं हुआ है।

एक पुरानी कहावत है बिना आंच के धुआं नहीं उठाता जो फिलहाल देवेंद्र यादव के कॉल स्कैन में भूमि का पर एकदम फिट बैठता नजर आ रहा है। डाली ने खारिज हो गई और अब कभी भी कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी हो सकती है।

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