आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप में अब तक सभी मैच जीतने वाली टीम सिर्फ एक ही है. भारत के अलावा टूर्नामेंट में खेलने उतरी सभी 9 टीमें हार का स्वाद चख चुकी है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जो भारतीय टीम ने जीत का अभियान शुरू किया था. वो अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, न्यूजीलैंड के बाद इंग्लैंड के साथ खेले मैच में भी जारी रखा.
नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम ने इस आईसीसी विश्व कप में अब तक बहुत ही जबरदस्त प्रदर्शन किया है. लगातार 6 मैच में टीम इंडिया को जीत मिली है. इंग्लैंड के खिलाफ 29 अक्टूबर रविवार को भारत ने एकतरफा जीत के साथ टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह पक्की कर ली. इस जीत के साथ ही टीम इंडिया को पहला बार उस चीज का सामना करना पड़ा जिससे फैंस डरे हुए थे. अब आगे आने वाले मुकाबलों में इस मुश्किल का हल रोहित शर्मा एंड टीम को निकालना होगा वर्ना परेशानी बढ़ सकती है.
आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप में अब तक सभी मैच जीतने वाली टीम सिर्फ एक ही है. भारत के अलावा टूर्नामेंट में खेलने उतरी सभी 9 टीमें हार का स्वाद चख चुकी है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जो भारतीय टीम ने जीत का अभियान शुरू किया था. वो अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, न्यूजीलैंड के बाद इंग्लैंड के साथ खेले मैच में भी जारी रखा. इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबले में जीत के बाद भी टीम इंडिया की टेंशन बढ़ गई. वजह ऐसी है जिसे लेकर तमाम फैंस पहले से ही चिंतित थे.
जीत के बाद भी क्या है टेंशन
भारतीय टीम ने अब तक शुरुआती पांच मुकाबलों में लक्ष्य का पीछा करते जीत हासिल की थी और टॉप ऑर्डर का प्रदर्शन अच्छा रहा था. ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट, अफगानिस्तान को 8 विकेट, पाकिस्तान के खिलाफ 7 विकेट, बांग्लादेश को 7 विकेट और न्यूजीलैंड को 4 विकेट से भारत ने हराया. इंग्लैंड के खिलाफ जब पहली बार टूर्नामेंट में पहले बल्लेबाजी आई तो टीम इंडिया 229 रन तक ही पहुंच पाई. आगे आने वाले मुकाबलों में अगर भारत पहले बल्लेबाजी करता है और बड़ा स्कोर खड़ा नहीं कर पाया तो मुश्किल होगी.
गेंदबाज चले, बल्लेबाजों को नहीं मिला बड़ा लक्ष्य
ऑस्ट्रेलिया को गेंदबाजों ने महज 199 रन पर रोक दिया था जबकि पाकिस्तान महज 191 रन ही बना पाया था. बांग्लादेश की टीम 256 रन का स्कोर बना पाई थी. अफगानिस्तान की टीम ने 272 रन बनाए थे और न्यूजीलैंड की टीम 273 रन तक पहुंच पाई थी. भारत इस टूर्नामेंट में अब तक 300 रन तक नहीं पहुंच पाया जबकि टॉप 4 में काबिज साउथ अफ्रीका ने चार बार ऐसा किया है. ऑस्ट्रेलिया की टीम भी 4 बार ऐसा कर चुकी है.