पाकिस्तान के चर्चित इस्लामिक धर्मगुरु मौलाना तारिक़ जमील के बेटे आसिम जमील की मौत हो गई है. पंजाब के तलम्बा में शनिवार रात घर पर कथित तौर पर आत्महत्या से उनकी मौत हुई है.
आसिम जमील की उम्र 30 साल बताई जा रही है.
मुल्तान के रीजनल पुलिस ऑफ़िसर (आरपीओ) सुहैल चौधरी का कहना है कि ‘तारिक़ जमील के बेटे आसिम जमील ने जिम में एक्सरसाइज़ के दौरान गार्ड से पिस्तौल छीनकर ख़ुद को गोली मारी.’
पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी में ये घटना साफ़ क़ैद हुई है. पुलिस अफ़सर का कहना है कि वो इस फ़ुटेज को फ़ॉरेंसिक जांच के लिए भेज रहे हैं.
आरपीओ सुहैली चौधरी का कहना है कि आसिम एक मानसिक रोगी थे और कई सालों से उनका इलाज चल रहा था.
चौधरी ने बताया, “उन्होंने अपनी पसंद की एक लड़की से शादी की थी लेकिन बाद में दोनों का तलाक़ हो गया था.”
मौलाना तारिक़ जमील ने किया ट्वीट:
सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर मौलाना तारिक़ जमील ने शनिवार रात को ट्वीट करके इस हादसे की जानकारी दी.
उन्होंने लिखा, “आज तलम्बा में मेरे बेटे आसिम जमील का इंतक़ाल हो गया है. इस दुर्घटना ने माहौल को शोकाकुल बना दिया है. आप सबसे गुज़ारिश है कि इस ग़म के मौक़े पर हमें अपनी दुआओं में याद रखें. अल्लाह मेरे बेटे को जन्नत-उल-फ़िरदौस में ऊंची जगह दे.”
तारिक़ जमील के बेटे यूसुफ़ जमील ने क्या कहा:
मौलाना तारिक़ जमील के बेटे और आसिम जमील के भाई यूसुफ़ जमील ने वीडियो साझा किया है जिसमें उन्होंने अपने भाई की मौत की पुष्टि की है.
उन्होंने कहा, “मैं बेहद मुश्किल से ये वीडियो मैसेज रिकॉर्ड करवा रहा हूं कि आज शाम को मेरे छोटे भाई आसिम जमील की मौत हो गई. हमारी फ़ैमिली के लिए ये बहुत बड़ा सदमा है लेकिन इस तकलीफ़ की हालत में भी मुझे मीडिया में इसलिए हाज़िर होना पड़ा क्योंकि बहुत सी ग़लत ख़बरें चलाई जा रही हैं.”
“मेरे भाई आसिम जमील बचपन से गंभीर अवसाद के मरीज़ थे. पिछले छह महीने से उनकी बीमारी और गंभीर हो गई थी जिसकी वजह से उन्हें इलेक्ट्रिक शॉक दिए जा रहे थे ताकि उनका डिप्रेशन कंट्रोल किया जा सके. आज इत्तफ़ाक़ से वो अकेले थे और उन्होंने सिक्योरिटी पर जो तैनात गार्ड था उससे बंदूक ली और उससे अपने आप को शूट कर लिया.”
“इसके अलावा जैसी भी बातें की जा रही हैं कि किसी से दुश्मनी थी या किसी ने हमला किया, ऐसी कोई बात नहीं है.”
कौन हैं तारिक़ जमील:
पाकिस्तान के मुस्लिम धर्मगुरु तारिक़ जमील पाकिस्तान के साथ-साथ भारत में भी काफ़ी प्रसिद्ध हैं. उनके धार्मिक वीडियो सोशल मीडिया पर काफ़ी वायरल होते हैं.
पाकिस्तान के पंजाब के मियां चन्नू में साल 1953 में तारिक़ जमील का जन्म हुआ था. वो पंजाबी राजपूत परिवार से आते हैं और ख़ुद को पृथ्वीराज चव्हाण का वंशज भी बताते हैं.
जमील का संबंध तब्लीग़ी जमात से है और उनकी इस्लामी शिक्षा लाहौर के जामिया अरबिया से हुई है. कहा यह भी जाता है कि जमील का एमबीबीएस के लिए दाख़िला लाहौर के किंग एडवर्ड मेडिकल कॉलेज में हुआ था लेकिन उन्होंने धार्मिक शिक्षा के लिए मेडिकल की पढ़ाई छोड़ दी.
मौलाना तारिक़ जमील का विवादों से कम ही नाता रहा है लेकिन साल 2020 में उनकी उस समय कड़ी आलोचना हुई जब उन्होंने कोविड-19 को अल्लाह का ग़ुस्सा बताया क्योंकि ‘समाज में बेईमानी और महिलाओं की बेशर्मी’ फैल रही है.
साल 2020 में एक टीवी शो के दौरान उन्होंने दुनियाभर के मीडिया घरानों और पत्रकारों को झूठा बताते हुए कहा था कि मीडिया को अधिक ईमानदार होने की ज़रूरत है.
बीते साल दिसंबर में कनाडा के दौरे के दौरान तारिक़ जमील को हार्ट अटैक आया था. अस्पताल में इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई थी.
मौलाना तारिक़ जमील किसी राजनीतिक पार्टी से सीधे जुड़े नहीं रहे लेकिन इमरान ख़ान के प्रधानमंत्री काल के दौरान उन्होंने उनकी ख़ूब तारीफ़ की थी. एक कार्यक्रम में उन्होंने इमरान ख़ान के सामने उनके पाकिस्तान को मदीने की रियासत बनाने के वादे की तारीफ़ की थी.
मौत पर अफ़सोस जता रहे लोग:
इस मौत के बाद पाकिस्तान में आम और ख़ास लोग काफ़ी दुख जता रहे हैं. पाकिस्तान के कार्यकारी प्रधानमंत्री अनवारुल हक़ काकड़ ने आसिम जमील की मौत पर गहर दुख जताया है.
प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक प्रेस रिलीज़ में कहा है कि प्रधानमंत्री ने ग़म ज़ाहिर करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिवार को दुख सहने की शक्ति देने की दुआ की है.
पूर्व प्रधानमंत्री और पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज़ शरीफ़ ने भी ट्वीट करके इस घटना पर दुख जताया है.
उन्होंने ट्वीट किया, “मौलाना तारिक़ जमील साहब के बेटे आसिम जमील की कम उम्र में मौत पर दुख और अफ़सोस जताता हूं. इस हादसे में हम सब आपके ग़म में शरीक हैं. यक़ीनन ये एक असहनीय दुख है. हमारी दुआएं और हमदर्दियां आपके साथ हैं. अल्लाह तआला दिवंगत को अपनी रहमत में बुलंद जगह दे और परिवार को सब्र दे.”
नेशनल असेंबली के स्पीकर राजा परवेज़ अशरफ़ ने भी मौलाना तारिक़ जमील के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है.
पीएमएल-एन की वरिष्ठ नेता मरियम नवाज़ ने तारिक़ जमील के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए इस घटना पर अफ़सोस ज़ाहिर किया है. उन्होंने लिखा कि ‘अल्लाह घरवालों को सब्र दे और दिवंगत को जन्नत में जगह दे.’