भिलाई नगर : अंतर्राष्ट्रीय संस्था प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के साकार संस्थापक पिताश्री ब्रह्मा बाबा की 55 वीं पुण्यतिथि विश्व शान्ति दिवस के रूप में 18 जनवरी गुरुवार कल विश्व के पाँचों महाद्वीपों में 140 देशों में विस्तृत साढे आठ हजार से भी अधिक सेवाकेन्द्रों में मनाया जायेगा , जिसमें ब्रह्मा वत्स ब्रम्हमुहर्त प्रात: काल से ही संगठित रूप से मौन में रह राजयोग मेडिटेशन द्वारा विश्व में शांति के गहन प्रकम्पन फैलायेंगे।
इस अवसर पर भिलाई दुर्ग के सेवा केन्द्रों में भी में पिताश्री ब्रह्मा बाबा की 55 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर ब्रह्मा वत्स अपनी कमी कमजोरियों को आत्मचिंतन कर राजयोग की गहन साधना द्वारा स्वयं में परिवर्तन करेगे |
ज्ञात हो की जनवरी तपस्या मास में एक जनवरी से ही “व्यक्त से अव्यक्त की ओर” तपस्या कार्यक्रम पुरे जोने में प्रारंभ हुआ था| भिलाई सेवाकेंद्र में ब्रह्माकुमारी दीदियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारम्भ किया था|
पिताश्री ब्रह्मा बाबा ने आध्यात्मिक ज्ञान व राजयोग के माध्यम से सन 1936 में नारी सशक्तिकरण का बीज बोया जो आज विशाल वट वृक्ष बनकर सम्पूर्ण विश्व को राजयोग मेडिटेशन के माध्यम से शीतल छाया प्रदान कर रहा है |यह कार्यक्रम पूरे विश्व में एक साथ और एक ही समय पर आयोजित किए जाएंगे |
विश्व में शांति और सद्भावना के लिए कार्यरत ब्रह्माकुमारी संगठन ने आज सारे संसार में अपनी एक अलग ही पहचान बनाई है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने ब्रह्माकुमारी संस्थान द्वारा सारे विश्व में की जा रही उल्लेखनीय सेवाओं को देखते हुए इसे यूनिसेफ तथा आर्थिक एवं सामाजिक परिषद में सलाहकार का दर्जा प्रदान किया है। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 1981 में विश्व शान्ति दूत पदक प्रदान कर भी सम्मानित किया है।