दुर्ग पुलिस ने एक अंतर जिला वाहन चोर गिरोह का पर्दाफास करने में सफलता पाई है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से लगभग 15 लाख रुपए कीमत के 22 मोटर साइकिल और स्कूटी को जब्त किया है।
एएसपी सिटी दुर्ग अभिषेक झा ने बताया कि जिले में लगातार अलग-अलग थाना क्षेत्रों से वाहन चोरी की शिकायतें मिल रही थीं। इसको देखते हुए एंटी क्राइम एवं साइबर यूनिट दुर्ग और मोहन नगर पुलिस की टीम को जांच के लिए लगाया गया। साइबर टीम ने संदेहियों पर लगातार निगरानी रखी। इसी दौरान उन्हें इस मामले मुखबिर से बड़ी लीड मिली।
टीम को पता चला कि न्यू आदर्ष नगर दुर्ग निवासी मुख्तार अहमद अपने साथी शंकर नगर दुर्ग निवासी शेख सलीम के साथ मिलकर चोरी की मोटर सायकल बेचने के लिए ग्राहक की तलाश कर रहा है। टीम ने मुख्तार अहमद और शेख सलीम को मोहन नगर थाना क्षेत्र से घेराबंदी करके पकड़ा। पूछताछ करने पर दोनों ने मिलकर दुर्ग जिले के थाना मोहन नगर, पुलगांव एवं पद्यमनाभपुर क्षेत्रांतर्गत स्थित शराब भट्टीयों के पास से पिछले एक साल में 22 दो पहिया वाहनों को चोरी करना स्वीकार किया।
चोरी के वाहनों को खरीदकर ठेकेदार बेच देता था मजदूरों को
वाहन चोरों ने पुलिस को बताया कि वो लोग चोरी किए गए वाहनों को हनोदा दुर्ग निवासी मोहम्मद बेग उर्फ गोलू को बेच देते थे। गोलू पेशे से बिल्डिंग ठेकेदार है। उसके यहां लेबर क्लास के लोगों की काफी आवश्यकता होती थी। वो उन लोगों को सस्ते दाम पर बाइक देने का लालच देता और काम करवाता था। इसके बाद उन्हें बाइक या स्कूटी दे देता था। पुलिस ने गोलू को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर 1 एक्टिवा, 3 स्प्लेण्डर व 18 डिलक्स मोटर साइकिल को जब्त किया। जब्त की गई बाइक की कीमत 14 लाख 70 हजार रुपए बताई जा रही है।