चुनावी कैंडिडेट के बल्क मैसेज भेजने पर पुलिस और टेलिकॉम कंपनी के अधिकारी मिलकर चिंता व्यक्त की, वोटिंग से 48 घंटे पहले प्रचार पर रोक….

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छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव करीब है। जिसमें आचार संहिता को देखते हुए लगातार पुलिस अलग-अलग क्षेत्र के लोगों के साथ बैठकें कर रही है। रायपुर एसएसपी ने बुधवार को मोबाइल कंपनियां के नोडल अधिकारियों के साथ बैठक की है। जिसमें उन्होंने चुनाव कैंडिडेट के बल्क मैसेज भेजने के व्यय को खर्चे में जुड़वाने समेत कई मुद्दों पर चर्चा की।

इस बैठक में रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने सरकारी मोबाइल सेवा कंपनी समेत निजी मोबाइल सेवा कंपनियों के अफसरों के साथ बैठक की। जिसमें जियो, एयरटेल, वोडाफोन/आइडिया और बी.एस.एन.एल. के अधिकारी शामिल हुए। इस बैठक में आदर्श आचार संहिता के कई प्रावधानों के बारे में उन्हें जानकारी भी दी गई।

इस बैठक में आदर्श आचार संहिता के कई प्रावधानों के बारे में उन्हें जानकारी भी दी गई।

इस बैठक में चुनाव प्रचार के दौरान कैंडिडेट के बल्क एसएमएस करने पर पार्टी या कैंडिडेट के खाते में इसे जोड़ने का नियम के बारे में बताया गया। इसके साथ ही वोटिंग के 48 घंटे पहले किसी भी तरह के प्रचार प्रसार न करने के निर्देश दिए गए। इस हफ्ते मोबाइल कंपनियों के अधिकारियों के साथ ये पुलिस की दूसरी बैठक थी।

सोशल मीडिया पर भी पुलिस की नजर….

इसके साथ ही एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट के सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल के अधिकारियों/कर्मचारियों को सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप, ट्विटर, टेलीग्राम एवं अन्य प्लेटफार्मो में नजर रखने को कहा गया है। जिससे कोई व्यक्ति चुनाव व अन्य किसी भी प्रकार की फेंक या गलत जानकारी का प्रचार न कर सके। यदि कोई ऐसा करता है तो उन पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।

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