पीएम मोदी शनिवार को ओडिशा के दौरे पर थे। जहां वह ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक के साथ मंच साझा करते दिखे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच साल में पहली बार ओडिशा में रैली की है। जहां वह कांग्रेस पर जमकर निशाना साधते और बीजू जनता दल के 24 साल के शासन पर कुछ भी बोलने से किनारा करते दिखे। पीएम ने ओडिशा की उपेक्षा और अपमान करने के लिए कांग्रेस पर वार किया। पीएम ने नवीन पटनायक और उनकी पार्टी पर क्यों निशाना नहीं साधा यह भी एक सवाल है, जबकि बीजेपी के स्थानीय नेता आगामी लोकसभा चुनावों में राज्य में बदलाव लाने के लिए लोगों से मिलते दिख रहे हैं।
जब पीएम ने नवीन पटनायक को कहा दोस्त
पीएम मोदी की यह रैली ठीक आईआईएम के संबलपुर कैंपस के उद्घाटन के बाद हो रही थी। जहां पीएम मोदी और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक एक साथ दिखाई दे रहे थे। इस दौरान पीएम ने बीजेडी सुप्रीमो को अपने दोस्त के रूप में सम्मानित किया था। पटनायक ने भी पीएम मोदी की सराहना करते हुए कहा कहा था कि प्रधानमंत्री ने भारत के लिए एक नई दिशा तय की है और हम एक आर्थिक महाशक्ति बनने की राह पर हैं।
इस कार्यक्रम के बाद बीजेपी की ओर से आयोजित संबलपुर रैली के दौरान पीएम मोदी ने गारंटी स्कीम का जिक्र किया और अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई। पीएम मोदी ने आखिरी बार 2019 के लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान से पहले 23 अप्रैल, 2019 को ओडिशा के केंद्रपाड़ा में में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित किया था, जहां उन्होंने ओडिशा की तुलना पड़ोसी राज्य बंगाल से करते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा को लेकर सीएम पटनायक पर निशाना साधा था।
पहले साधा था निशाना
तब उन्होंने आरोप लगाया था कि ओडिशा में उनकी पार्टी के कैडर के खिलाफ “बंगाल जैसी हिंसा” का इस्तेमाल किया गया था और प्रशासनिक अधिकारियों ने इसे नजरअंदाज कर दिया था। पीएम ने कहा था, “नवीन बाबू, आप जा रहे हैं, यह तय हो गया है। ये मुट्ठी भर अधिकारी आपको नहीं बचा सकते।”
कुछ महीने पहले 22 सितंबर 2018 को झारसुगुड़ा में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कथित भ्रष्टाचार को लेकर पटनायक सरकार पर हमला किया था। पीएम मोदी ने तब आरोप लगाया था कि रिश्वत और भ्रष्टाचार के बिना ओडिशा में काम करना संभव नहीं है।
2019 के बाद क्या बदला
2019 के चुनावों के बाद सब कुछ बदल गया, जब बीजद ने प्रमुख कानूनों के पारित होने और राष्ट्रपति चुनाव सहित कई मुद्दों पर संसद के अंदर और बाहर मोदी सरकार को समर्थन दिया। बदले में खनन क्षेत्र के सुधारों जैसे मुद्दों पर फरवरी 2022 में संसद में प्रधान मंत्री मोदी ने नवीन पटनायक सरकार की जमकर तारीफ की।
इसी तरह गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले साल अगस्त में अपनी ओडिशा यात्रा के दौरान नवीन पटनायक को “लोकप्रिय सीएम” बताया था और आपदा प्रबंधन और “माओवादी खतरे” पर काबू पाने में उनके कदमों की सराहना की थी। एक महीने बाद पटनायक ने पीएम मोदी को उनकी विदेश नीतियों और भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए उठाए गए कदमों के लिए 8/10 की रैंकिंग दी।