अंबिकापुर के गोधनपुर क्षेत्र में नजूल भूमि पर अतिक्रमण कर बनाए जा रहे चर्च को प्रशासन ने जमींदोज कर दिया। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई से पहले संबंधित पक्ष को नोटिस भी जारी की गई थी। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर बुलडोजर चला कर निर्माण को ढहा दिया गया। कार्रवाई के दौरान विवाद की स्थिति बन गई थी, जिसे प्रशासनिक अधिकारियों के हस्तक्षेप से शांत करा दिया गया।
दरअसल, स्थानीय नागरिकों ने नजूल की खसरा नंबर 390 की करीब डेढ़ एकड़ से अधिक भूमि के एक हिस्से पर किए जा रहे चर्च बनाए जाने की शिकायत की थी। प्रशासन के नोटिस के बाद मंगलवार की सुबह तहसीलदार उमेश बाज और निगम के अधिकारियों के साथ प्रशासनिक अमला बुलडोजर लेकर गोधनपुर के स्कूल के पास पहुंचे और अवैध चर्च निर्माण को ढहा दिया।
बनी विवाद की स्थिति, अधिकारियों ने कराया शांत
नजूल की खसरा नंबर 390 के कुछ हिस्से में लोगों ने अतिक्रमण कर मकान बनाया है, जिसका नजूल व्यवस्थापन किया जा रहा है। शेष बची जमीन पर कुछ स्थानीय लोग कब्जा कर चर्च का अवैध तरीके से निर्माण कर रहे थे। वहीं दूसरे पक्ष के लोग इसके खिलाफ थे और उक्त जमीन को शासकीय भवन निर्माण के लिए सुरक्षित रखना चाहते थे।
प्रशासनिक अमले के पहुंचने पर लोग बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए। वहीं बुलडोजर की कार्रवाई के दौरान चर्च निर्माण करा रहे लोगों ने विवाद की कोशिश की, जिन्हें समझाकर शांत करा दिया गया।
नहीं ली गई थी कोई अनुमति
तहसीलदार उमेश बाज ने बताया कि उक्त नजूल भूमि पर चर्च निर्माण के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी। किसी भी शासकीय भूमि पर मंदिर, मस्जिद, चर्च या धर्म विशेष के भवन निर्माण के लिए प्रशासन की अनुमति जरूरी है। अवैध निर्माण की शिकायत मिली थी, जिस पर नोटिस भी जारी किया गया था। मंगलवार को अवैध अतिक्रमण को हटाकर जमीन खाली करा लिया गया है।
शासकीय भवन के लिए नहीं बची है जमीन
प्रशासनिक अमले ने गोधनपुर में जहां कब्जा हटाया, वहां नाममात्र की शासकीय जमीन ही बची है। इसे देखते हुए प्रशासन ने जमीन को कब्जा मुक्त करा दिया है। कार्रवाई में आरआई रामदेव यादव, आशीष गुहा, विजय श्रीवास्तव, पटवारी महेंद्र गुप्ता सहित नगर निगम के उड़नदस्ता दल के सदस्य और गांधीनगर थाने के पुलिस अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।