–कलेक्टर ने की जल जीवन मिशन की समीक्षा
-कार्य के प्रति लापरवाही बरतने पर ठेकेदारों को नोटिस जारी कर टेंडर निरस्त करने दिये निर्देश
-फील्ड भ्रमण कर कार्यां का आकस्मिक निरीक्षण करें
-पानी टंकियों की सफाई और क्लोरीनेशन पर ध्यान देवें अधिकारी
दुर्ग : कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने आज कलेक्टर कक्ष में जल एवं स्वच्छता मिशन के अंतर्गत जिले में जल जीवन मिशन की समीक्षा की। उन्हांने कहा कि शासन की मंशानुरूप हर-घर नल कनेक्शन के माध्यम से जल प्रदाय किया जाना है। इसके तहत् सभी ग्राम पंचायतों में योजना अंतर्गत कार्य प्रारंभ किया जा चुका है। कलेक्टर सुश्री चौधरी ने मिशन के अंतर्गत अधिकारी-कर्मचारियों से उनके द्वारा कराये जा रहे कार्यों की जानकारी ली तथा अब तक हुए कार्यों पर असंतोष व्यक्त की। उन्होंने अधिकारियोंं को फील्ड भ्रमण कर कार्यों का आकस्मिक निरीक्षण करने के निर्देश दिए। साथ ही कार्य के प्रति लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों को अंतिम नोटिस देने की कार्यवाही कर, ठेके को निरस्त कर, नई निविदा आमंत्रित करने कहा। कलेक्टर ने मिशन से जुड़े सभी उपयंत्री को अब तक हुए कार्यों का ग्रामवार अद्यतन भौतिक स्थिति का अवलोकन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधूरे पानी टंकी निर्माण कार्य प्रारंभ कराये। पुराने एडजस्टिंग पाईप लाईन जो नल-जल योजना के तहत लगी है इसकी जांच करा लेवें, खराब होने पर प्रतिस्थापित करें। उन्होंने कहा कि शिवनाथ नदी में इंटकवेल निर्माण कार्य रूकना नहीं चाहिए। कार्य में प्रगति लाने वर्क चार्ट बनायी जाए। साथ ही वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक पाईप लाईन विस्तार का कार्य भी शीघ्र पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि तकनीकी स्थान का ध्यान रखते हुए काम निरंतर चलते रहना चाहिए। कलेक्टर ने ईई पीएचई को जल जीवन मिशन अंतर्गत पैनलबध क्रियान्वयन सहायता एजेंसी की बैठक आयोजित कर एक सप्ताह की कार्य ब्रीफिंग करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जल परीक्षण प्रयोगशाला की जानकारी ली। उन्होंने जिले की पानी टंकियों की सफाई व क्लोरीनेशन बारिश पूर्व कर लेने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि जिले की 385 ग्राम पंचायतों में जल जीवन मिशन योजना अंतर्गत नल कनेक्शन दिया गया है। 147 गांवों में रिट्रोफिटिंग के अंतर्गत कार्य किया जा चुका है। सिंगल विलेज स्कीम के अंतर्गत 238 गांव में शत्-प्रतिशत् कार्य किया गया है। बैठक में ईईपीएचई सहित विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।